कोतवाली देहात पुलिस व आरपीएफ गोण्डा की संयुक्त टीम को मिली सफलता
ए. आर. उस्मानी
गोण्डा। जनपद में अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान में पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय ने जनपद के समस्त प्रभारी निरीक्षक व थानाध्यक्षों को कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिये थे। उक्त निर्देश के अनुक्रम में थाना कोतवाली देहात पुलिस को बड़ी सफलता प्राप्त हुई है।।
यह जानकारी देते हुए एसपी शैलेश पाण्डेय ने आज यहां पत्रकारों को बताया कि 28/29 दिसंबर की रात्रि को थाना कोतवाली देहात पुलिस रात्रि गश्त, तलाश वांछित अभियुक्त व देखभाल क्षेत्र में रवाना होकर पाण्डेयपुर तिराहे के पास मौजूद थी कि तभी वहां पर रेलवे सुरक्षा बल के निरीक्षक प्रवीण कुमार मय टीम के आये और आपस में अपराध नियंत्रण एवं अपराधियों के बारे में बातचीत कर ही रहे थे कि जरिए मुखबिर सूचना मिली कि कुछ व्यक्ति सफेद रंग की बोलेरो से रेलवे का सामान चोरी करके बहलोलपुर की तरफ से पाण्डेयपुर की ओर आ रहे हैं। इस सूचना पर कोतवाली देहात पुलिस व आरपीएफ की संयुक्त टीम पाण्डेय तिराहा के पास रोड के दोनों तरफ खड़ी हो गयी। इसी बीच उक्त बोलेरो वाहन के आने पर एकबारगी दबिश देकर वाहन को रोककर अभियुक्तगण जगराम गुप्ता उर्फ रामू पुत्र मोतीलाल निवासी ग्राम बनरही थाना मनकापुर, रामराज यादव पुत्र स्व. बाले निवासी ऐलनपुर ग्रन्ट थाना मनकापुर व रामकरन वर्मा पुत्र लल्लन निवासी तामापार बनकटवा थाना मनकापुर जनपद गोण्डा को गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक अभियुक्त राधिका पुत्र संगम निवासी ग्राम ज्ञानीपुर थाना छपिया जनपद गोण्डा अंंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। एसपी ने बताया कि जामा तलाशी से अभियुक्त जगराम गुप्ता उर्फ रामू के कब्जे से 01 अदद अवैध तमंचा 12 बोर व 02 अदद जिन्दा कारतूस तथा अभियुक्त रामराज यादव के कब्जे से 01 अदद नाजायज चाकू बरामद हुआ। बोलेरो गाड़ी सं. यूपी 43-एस 1078 से 12 बंडल सिंग्नल केबल (कुल 410 मीटर अनुमानित कीमत रूपया 1,00,000) व 02 अदद हेक्सा ब्लेड बरामद हुआ। अभियुक्तगणों ने पूछताछ के दौरान बताया कि वे लोग यह केबल सोनी गुमटी से रेलवे स्टेशन की तरफ जाने वाली रेलवे लाइन के किनारे से चोरी कर ले जा रहे थे। यह चारों लोग मिलकर रेलवे लाइन के किनारे रखे केबल को हेक्सा ब्लेड से काटकर बंडल बनाकर ले जाते हैं और उसको जलाकर उसके अन्दर से निकले तांबा को चलते फिरते कबाड़ियों को बेचकर पैसा कमाते हैं। इस काम को करने में मुख्य भूमिका राधिका पुत्र संगम की रहती है।
आरपीएफ निरीक्षक द्वारा बताया गया कि यह केबिल रेलवे विभाग के सिंग्नल सिस्टम में उपयोग होती है। वर्तमान में रेलवे यार्ड गोण्डा क्षेत्र में रेलवे सिग्नल की रिमॉडलिंग का कार्य चल रहा है। उसी कार्य में इस केबिल को भूमिगत करने के लिए रेलवे सिग्नल विभाग द्वारा जगह जगह पर रखा गया है। यह केबिल रेलवे की संपत्ति है। उक्त गिरफ्तारी व बरामदगी के आधार पर थाना कोतवाली देहात में अभियोग पंजीकृत कर अभियुक्तगणों को न्यायालय रवाना कर दिया गया।
गिरफ्तारकर्ता टीम में आशीष शर्मा (पीपीएस) प्रभारी थाना कोतवाली देहात, अतिरिक्त निरीक्षक जितेन्द्र बहादुर सिंह, आरपीएफ निरीक्षक प्रवीण कुमार, उपनिरीक्षक ललितेश कुमार सिंह, कांस्टेबल ब्रह्मानन्द राय, कांस्टेबल निखिल पासवान, उपनिरीक्षक जितेन्द्र कुमार वर्मा थाना कोतवाली देहात, हेड कांस्टेबल बालेन्द्र प्रताप, हेड कांस्टेबल राज किशोर, कांस्टेबल राहुल य़ादव व नागेन्द्र यादव शामिल थे।
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