Type Here to Get Search Results !

Bottom Ad

BALRAMPUR...संयुक्त निदेशिका को श्रद्धांजलि


अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर का आज देश-विदेश में पहचान स्थापित करने वाली बलरामपुर चीनी मिल समूह के संयुक्त निदेशक का मीनाक्षी सरावगी का शुक्रवार की देर रात उनके कोलकाता स्थित आवास पर स्वर्गवास हो गया ।श्रीमती सरावगी ने बलरामपुर चीनी मिल समूह को अपने पति स्वर्गीय कमलनयन सरावगी के सहयोग से उत्तरोत्तर ऊंचाइयों तक पहुंचाया। श्रीमती सरावगी के निधन से पूरे बलरामपुर चीनी मिल समूह में शोक की लहर दौड़ गई है। बलरामपुर चीनी मिल की मुख्य इकाई परिसर में अधिशासी अध्यक्ष प्रवीण कुमार गुप्ता के अगुवाई में शनिवार को शोक सभा आयोजित किया गया। शोक सभा में मौजूद तमाम अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने अपने अगुआ को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सभी ने 2 मिनट मौन रखकर स्वर्गवासी आत्मा की मोक्ष तथा शोकाकुल परिवार को इस दुख की घड़ी में सहन शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना किया।



जानकारी के अनुसार बलरामपुर चीनी मिल की स्थापना 1932 -33 में ब्रिटिश इंडिया कारपोरेशन बीआईसी द्वारा किया गया था। देश आजाद होने के बाद बीआईसी के साथ शेरहोल्डर के रूप में तमाम लोग सम्मिलित हुए । 14 जुलाई 1975 को बलरामपुर चीनी मिल सरावगी परिवार को हस्तानांतरित किया गया । वर्ष 1975 में स्वर्गीय कमलनयन सरावगी के पिता स्वर्गीय पन्नालाल सरावगी ने बलरामपुर चीनी मिल की कमान संभाली। स्वर्गीय पन्नालाल सरावगी के बाद उनके पुत्र कमलनयन सरावगी ने मिल के संचालन की कमान संभाली और आगे चलकर उनका सहयोग उनकी धर्मपत्नी मीनाक्षी सरावगी करने लगी ।श्रीमती सरावगी अपने मेहनत के बलबूते पर बलरामपुर चीनी मिल के साथ एक के बाद एक अलग अलग यूनिटों को जोड़ना शुरु किया । उन्हीं के मेहनत तथा संयोजन में आज बलरामपुर चीनी समूह में इस समय 10 चीनी मिल, 7 विद्युत उत्पादन प्लांट तथा तीन डिस्टलरी स्थापित हो पाई हैं । बलरामपुर जिले से शुरू हुआ सफर गोंडा, फैजाबाद, बाराबंकी, अंबेडकर नगर तथा लखीमपुर खीरी जिले तक फैला हुआ है । श्रीमती सरावगी का जन्म 5 मार्च 1944 को उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नगरी कानपुर में हुआ था । 76 वर्ष 9 महीने लंबी आयु के बाद शुक्रवार की देर रात उन्होंने अंतिम सांस ली। श्रीमती सरावगी बेहद सहनशील, कर्मठ तथा जुझारू स्वभाव की महिला थी । जिन्होंने कभी भी किसी काम को पूरा करने में हार नहीं मानी। यही कारण है कि उनके यूनिट से जुड़े लोग हमेशा प्रगति की ओर अग्रसर ही रहे हैं। उनके मेहनत तथा कुशल निर्देशन के लिए ही चीनी उद्योग में बेहतर प्रदर्शन हेतु देश के सर्वोच्च पदम श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वर्ष 2020 में उन्हें सर्वोच्च महिला नेतृत्व करता के रूप में सफलता के लिए लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी नवाजा गया था।
स्वर्गीय मीनाक्षी सरावगी के निधन से बलरामपुर चीनी मिल समूह को अपूरणीय क्षति हुई है, जिसे पूरा करना असंभव होगा । अब पूरी जिम्मेदारी उनके पुत्र विवेक सराओगी के ऊपर आ गई है, जिन्हें अपने माता-पिता की तैयार की हुई विरासत को निरंतर आगे बढ़ाना है । शोक सभा में मिल के अध्यक्ष अध्यक्ष प्रवीण कुमार गुप्ता ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हम सभी को इस दुख की घड़ी में अपने मिल मालिक के साथ खड़ा होना है। उन्होंने कहा कि आगे भी हम सभी लोग अपने मेहनत लगन व निष्ठा के बदौलत मिल को उत्तरोत्तर आगे बढ़ाते रहेंगे । इस अवसर पर महाप्रबंधक गन्ना श्याम सिंह, अतिरिक्त प्रधान प्रबंधक प्रोसेस एसडी पांडे, उप प्रधान प्रबंधक वाणिज्य वीएन ठाकुर, उप प्रधान प्रबंधक आईटी डीएस चौहान, उप महाप्रबंधक गन्ना एनके दुबे, सहायक प्रधान प्रबंधक क्यूसी उदयवीर सिंह, सहायक प्रधान प्रबंधक उत्पादन वीरेंद्र प्रताप सिंह, सहायक प्रधान प्रबंधक यांत्रिकी एके गोयल, प्रबंधक स्टोर भूपेंद्र सिंह, मुख्य सुरक्षा अधिकारी आरसीएस बघेल, श्रम कल्याण अधिकारी एसपी सिंहसिंह, प्रबंधक टी एण्ड एस हृदय लाल सिंह, चिकित्सा अधिकारी एमपी सिंह, महाप्रबंधक केमिकल डिविजन महेंद्र कुमार अग्रवाल व प्रबंधक उत्पादन ओ पी एस यादव, श्रमिक प्रतिनिधि मंगल प्रसाद सुभाष पांडे मुकेश सिंह विनोद वर्मा मार्कंडेय चौबे गंगा प्रसाद मिश्रा सचिन चौहान चिकित्सा अधिकारी डॉ एमपी सिंह सहायक सुरक्षा अधिकारी नरेंद्र मिश्रा सहित अन्य कई अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे ।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad



 




Below Post Ad

5/vgrid/खबरे