सुनील उपाध्याय
बस्ती।समाज मे मानवता , मानवीय संवेदना अभी जिंदा है तथा इसकी नजीर हैं हर्रैया विकास खण्ड के कोदई गांव निवासी प्रभाकर उपाध्याय जिन्होंने घायल राष्ट्रीय पक्षी मोर को लेकर घंटो परेशान रहे प्राथमिक उपचार के बाद एस डी एम हर्रैया के माध्यम से वन विभाग के हवाले भी कर दिया। बदलते परिवेश व मशीनरी युग में दूसरों के दुख दर्द व मुसीबत में भागीदारी करने का किसी के पास समय नही है लोग मानवीय संवेदना से दूर होते जा रहे हैं ऐसे में एक पक्षी के प्रति संवेदनशीलता का परिचय देने वाले वास्तव में बधाई के पात्र हैं इसकी नजीर क्षेत्र के कोदई गांव में देखने को मिला बताते चलें कुत्तों के हमले से घायल मोर को खेत मे तड़फता देख प्रभाकर उपाध्याय खुद को रोक नही सके प्रभाकर अपने गांव के अंशू,सचिन,विनीत अभिषेक आदि के साथ मोर को पकड़ कर अपने साथ ले गये तथा प्राथमिक उपचार के बाद उपजिलाधिकारी हर्रैया को सूचना दी बतातें हैं कि उपजिलाधिकारी के निर्देश पर वन विभाग की टीम कोदई गांव पहुँची और राष्ट्रीय पक्षी मोर को अपने साथ ले गयी इस कार्य के लिए प्रभाकर की सर्वत्र सराहना हो रही है।
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