सुनील उपाध्याय
बस्ती । जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल मिशन योजना के अन्तर्गत जल निगम के कार्यो की विकास भवन सभागार में समीक्षा किया। समीक्षा में उन्होने पाया कि कुछ प्रोजेक्ट को छोड़कर अधिकांश में ओवर हेड टैंक का कार्य शुरू ही नही हुआ है। इस स्थिति पर असंतोष व्यक्त करते हुए उन्होने निर्देश दिया कि 15 दिन के भीतर रूके हुए कार्यो को प्रारम्भ कराये।
उन्होने निर्देश दिया कि ओवर हेड टैंक पाईप लाईन बिछाने का कार्य तथा पम्प हाउस के कार्य को एक साथ शुरू करें तथा समय से सामाग्रियों की उपलब्धता भी सुनिश्चित करायी कराये। उन्होने कहा कि अनुबन्ध में दी गयी समय सीमा के अन्दर सभी कार्य पूर्ण कराये एवं बिलम्ब होने पर ठेकेदार पर जुर्माना लगाये। उन्होने कहा है कि शासन द्वारा रिवाईज इस्टीमेट तैयार करने पर असंतोष व्यक्त किया गया है। इसलिए सभी योजनाए समय से पूरा कराये ताकि उनका रिवाईज इस्टीमेट तैयार न करना पड़े। समीक्षा में उन्होने पाया कि कुल 41 ग्रामीण पाईप पेयजल योजनाए तैयार करने का लक्ष्य है, इससे 181 बस्तियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सकेंगा।
उन्होने नीर निर्मल परियोजना की समीक्षा करते हुए कहा कि पिपराखास, धिरौली बाबू, महुआर पाईप लाईन परियोजना आगामी 15 दिनों में संबंधित ग्राम पंचायतों को हैण्डओवर कराये। जल निगम के जेई ने बताया कि महुआर परियोजना बार-बार ट्रान्सफार्मर जल जाने के कारण चालू नही हो पा रही है। इस संबंध में जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियन्ता को निर्देश दिया है कि अधिशासी अभियन्ता विद्युत से स्वयं वार्ता करके प्रकरण निस्तारित कराये।
उन्होने निर्देश दिया है कि निर्माण सामाग्री के लिए जो भी आर्डर कम्पनी को दिया गया है उसकी छायाप्रति जल निगम कार्यालय में जमा कराये। सुनिश्चित करे कि आर्डर देने के 15 दिन के भीतर सामाग्री की आपूर्ति हो जाय। घरों में कनेक्शन कराये जाने के संबंध में अभियन्ताओं ने बताया कि लोग रूचि नही ले रहे है। इसके लिए उन्होने निर्देश दिया कि डीपीआरओ के माध्यमसे ग्राम प्रधानों को प्रेरित करके सभी कनेक्शन कराये जाय। बैठक में सीडीओ सरनीत कौर ब्रोका, अर्थ एंव संख्याधिकारी टीपी गुप्ता, अधिशासी अभियन्ता विशेश्वर प्रसाद तथा विभाग के सहायक एवं जूनियर अभियन्ता उपस्थित रहें।
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