शिवेश शुक्ला
प्रतापगढ़। सृजना साहित्यिक संस्था के तत्वावधान में कहानीकार-कवि प्रेम कुमार त्रिपाठी 'प्रेम' की 22 उत्कृष्ट कहानियों के संग्रह 'सबक' का लोकार्पण सृजनाकुटीर,अजीतनगर में हुआ।भगवान बुद्ध की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर बुद्ध वंदना, त्रिशरण और पंचशील का वाचन हुआ।सृजना साहित्यिक संस्था द्वारा कहानी के क्षेत्र में प्रतिष्ठा प्राप्त कर चुके सबक के लेखक प्रेम कुमार त्रिपाठी 'प्रेम' को लोक गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया।इस क्रम में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए अरूण ओझा को लोक गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। अध्यक्षता करते हुए प्रमुख साहित्यकार-समीक्षक डॉ० दयाराम मौर्य रत्न ने कथा संग्रह 'सबक' की समीक्षा करते हुए कहा कि- प्रतापगढ़ में कथा लेखन को प्रेम कुमार त्रिपाठी प्रेम ने ऊँचे मुकाम पर पहुंचाया है।लीला के बाद सबक कथा संग्रह का आना जनपद के लिए गौरव की बात है।सबक की सभी कहानियाँ सर्वकालिक महत्व की हैं।डॉ० रत्न ने जोर देकर कहा कि विविध विषयक कहानियाँ भटके हुए समाज के लिए दिशा बोधक हैं। एलायंस क्लब इंटरनेशनल के अन्तर्राष्ट्रीय एडवाइजर रोशन लाल ऊमर वैश्य ने कहा- प्रेम कुमार त्रिपाठी 'प्रेम' की कहानियां सामाजिक हैं।पात्र जाने-पहचाने लगते हैं।अम्मा साहब ट्रस्ट के ट्रस्टी आनंद मोहन ओझा ने कहा कि सबक की कहानियां रोचक एवं शिक्षाप्रद हैं।भाषा सरल व बोधगम्य है।कार्यक्रम का संचालन युवा साहित्यकार-शिक्षक अनिल कुमार 'निलय' ने किया।इस अवसर पर श्रीमती माया त्रिपाठी, श्रीनाथ मौर्य सरस,जितेन्द्र कुमार मौर्य,सिद्धांत शेखर,विवेक,अजय यादव आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे।प्रेम कुमार त्रिपाठी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
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