जनपद बलरामपुर बौद्ध परिपथ राष्ट्रीय राजमार्ग 730 पर आज कौवापुर मोड़ से पहले चयपुरवा के पास एक कार सड़क के किनारे दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिसमें पूरा परिवार फस गया । उसी समय पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा तुलसीपुर निरीक्षण में जा रहे थे। उन्होंने कार को दुर्घटनाग्रस्त देखा तो अपनी गाड़ी रोक कर त्वरित सहायता के लिए जेसीबी बुलवाया तथा कार को बाहर निकलवाने के बाद ही आगे बढ़े। पुलिस अधीक्षक के इस कार्य के वहां मौजूद लोगों ने खूब प्रशंसा की ।
पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा अपराध मुक्त बलरामपुर बनाने के साथ-साथ मित्र पुलिसिंग की ओर लगातार सकारात्मक प्रयास करते हुए आज पुलिस की उन तमाम खोई हुई साख को वापस लाने में सफलता हासिल की है। जनता और पुलिस के बीच बढ़ी हुई दूरी को उन्होंने कम करके अपराधियों के अंदर खौफ पैदा करने का भी सफल कार्य किया है। अपने लोकप्रिय चिर परिचित अंदाज में उन्होंने एक के बाद एक नए नए प्रयोग के माध्यम से पुलिस को चुस्त-दुरुस्त रखने का भी समय समय पर काम किया है। जनता के बीच उन्होंने अपने कार्य शैली के बदौलत लोकप्रियता हासिल की है । ताजा घटनाक्रम में आज तुलसीपुर जाते समय उन्होंने अपने व्यस्त समय की परवाह न करते हुए बौद्ध परिपथ पर कौवापुर मोड़ के पास सड़क के किनारे दुर्घटनाग्रस्त हुई कार सवार की सहायता करना मुनासिब समझा। एस पी देव रंजन वर्मा चाहते तो मताहतों को निर्देश देकर आगे भी बढ़ सकते थे, परंतु उन्होंने ऐसा नहीं किया ।घटनास्थल पर घंटों खड़े रहकर उन्होंने क्रेन बुलवाकर गाड़ी को बाहर निकलवाया तथा कार में सवार सभी लोगों को आगे भेजने के बाद ही वहां से रवाना हुए। लोग पुलिस अधीक्षक का जनता के प्रति लगाव व कर्तव्य निष्ठा की खुले मन से प्रशंसा कर रहे हैं । लोगों की माने तो पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा अपने चिर परिचित अंदाज के लिए जाने जाते हैं और अपने जनहित में किए गए कार्यों के कारण लोकप्रिय भी हो चुके हैं। पुलिस अधीक्षक ने समय-समय पर कड़े निर्णय भी लिए हैं, जिससे कि विभाग में कानून व्यवस्था को लेकर किसी भी प्रकार की कोई ढिलाई ना आने पाए । उनका मानना है कि पुलिस का अपराधियों के अंदर खौफ तथा जनता के अंदर विश्वास होना चाहिए, यही मंत्र उन्होंने धरातल पर सिद्ध करके भी दिखाया है ।
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