जनपद बलरामपुर की प्रमुख नदी राप्ती का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। राप्ती नदी खतरे के निशान को पार कर चुकी है तथा 18 सेंटीमीटर से अधिक ऊपर बह रही हैं। राप्ती का जलस्तर शनिवार शाम 4 बजे 104.770 रिकॉर्ड किया गया जो खतरे के निशान से 17 सेंटीमीटर ऊपर है। नेपाल के पहाड़ों पर हो रहे लगातार बरसात के कारण जिले की सीमा से होकर निकलने वाले दर्जनों पहाड़ी नालों में भी उफान आ चुका है। पहाड़ी नालों में उफान के कारण तराई क्षेत्र के दर्जनों गांव में पानी भर गया है। कई सड़कों पर भी पानी भर जाने से आवागमन बाधित हो गया है।
मथुरा ललिया मार्ग के सड़क का एक हिस्सा पूरी तरह से बह जाने से उस क्षेत्र के हजारों लोगों का संपर्क जिला मुख्यालय से पूरी तरह कट गया है। जिला प्रशासन बाढ़ से निपटने के लिए सभी तैयारियां कर लेने का दावा कर रहा है। एसडीआरएफ टीम को भी बुला लिया गया है । राप्ती नदी का पानी गांव की ओर जाने लगा है। लगातार बढ़ रहे जल स्तर से सैकड़ों गांवों पर बाढ़ का खतरा लगातार बना हुआ है। खतरे के निशान से ऊपर बह रही राप्ती नदी का जलस्तर लगभग 3-4 सेंटीमीटर प्रति घंटा की दर से बढ़ रहा है, जो आने वाले कुछ घंटों के लिए खतरे का सूचक है । जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने बताया की बाढ़ से निपटने की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं । बाढ़ चौकियों तथा बाढ़ राहत केंद्रों पर संबंधित विभाग के कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया गया है । निचले जलभराव वाले क्षेत्रों में नाव की भी व्यवस्था कर दी गई है। उन्होंने बताया कि संबंधित अधिकारियों को हर स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दे दिए गए हैं। जहां भी जिस वस्तु की जरूरत होगी समय से उपलब्ध कराने के लिए भी निर्देश दे दिया गया है ।
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