जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के ओम भवन पर आर्य वीर दल द्वारा नव दिवसीय शांति यज्ञ का शुभारंभ मंगलवार को किया गया । यज्ञ का उद्देश्य श्री राम जन्मभूमि के शिलान्यास को सकुशल संपन्न कराने तथा राम राज्य की स्थापना के संकल्प को लेकर शुरू किया गया है।
आर्य वीर दल के संयोजक अशोक आर्य ने बताया कि आर्य पुत्र मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र जी प्रतिदिन संध्या वंदन और हवन करने के बाद ही पानी पीते थे । भगवान राम के परिवार तथा राम राज्य के सभी घरों में प्रतिदिन पंच महायज्ञ होता था। इसलिए श्री राम मंदिर शिलान्यास के उपलक्ष में आर्य वीर दल देवीपाटन परिमंडल कार्यालय ओम भवन में नौ दिवसीय पंच महायज्ञ का विशेष अनुष्ठान प्रारंभ किया गया है। शुभारंभ अवसर पर मंगलवार को प्रातः काल सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखते हुए केवल ओम भवन परिवार ने महायज्ञ प्रारंभ किया। उन्होंने बताया कि पंच यज्ञ में ब्रह्मा यज्ञ देव यज्ञ, पितृ यज्ञ, अतिथि यज्ञ तथा बलिवैश्व देव यज्ञ शामिल है। ब्रम्ह यज्ञ(संध्या) वेद मंत्रों से ईश्वर की स्तुति, प्रार्थना, उपासना करके ब्रम्ह यज्ञ किया गया। देव यज्ञ(हवन) चारों वेदों के प्रमुख मंत्रों से 33 प्रकार की जड़ी बूटियों से बनी हवन सामग्री से आहुतियां देकर 33 कोटि के देवताओं का पूजन करके देव यज्ञ किया गया। पितृ यज्ञ(अपने से बड़ों का आदर सम्मान) ओम भवन परिवार के सभी छोटे सदस्यों द्वारा अपने से बड़ों का आदर सम्मान करके पितृ यज्ञ किया गया। अतिथि यज्ञ(घर आए मनुष्यों का भोजन व धन से सत्कार करना) अभी तक कोई अतिथि नहीं पहुंचा है। अतिथि के आते ही आदर सम्मान के साथ उनको भोजन आदि प्रदान करके सेवा की जाएगी। बलिवैश्व देव यज्ञ(निराश्रित जीवो की सेवा करना) निराश्रित पक्षियों, कुत्तों ,गाय आदि को भोजन प्रदान करके पांचवा महायज्ञ किया गया। इस पंच महायज्ञ की पूर्णाहुति 5 अगस्त को की जाएगी। उन्होंने बताया कि ओम भवन द्वारा यह भी घोषणा की गई की जो परिवार प्रतिदिन हवन करना चाहे वह ओम भवन से हवन कुंड और हवन सामग्री निशुल्क प्राप्त कर सकते हैं।
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