शाहनवाज खान
बहराइच ।लम्बे अर्से से बकरे के साथ साथ बड़े जानवरो (बिना प्रति बंधित) की हो रही कुर्बानी पर इस वर्ष ईद-उल-जुहा (बकरीद 2020 ) के पर्व पर बड़े जानवरो की जिलाधिकारी बहराइच द्वारा अकारण रोक लगाए जाने के विरुद्ध शहर के दो समाज सेवियो -वरिष्ठ पत्रकार सलीम सिद्दीकी और रियाज अहमद अध्यक्ष थोक सब्जी समिति व्यापार मंडल ने उच्च न्यायालय लखनऊ खंड पीठ मे याचिका दायर कर मुख्य न्यायाधीश से अनुरोध किया है कि कुर्बानी इस्लाम धर्म का एक अहम फरीजा है ।उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले मे बकरे के साथ साथ बड़े जानवरो की कुर्बानी लम्बे समय से होती आ रही है ।लेकिन इस वर्ष जिलाधिकारी ने बड़े जानवरो की कुर्बानी पर रोक लगा देने से बड़ी संख्या मे गरीब व आर्थिक कमजोर मुसलमान जो डेढ -दो हज़ार रुपए लगा कर सात लोग मिलकर अपना फर्ज पूरा कर लेते थे ।इस वर्ष डीएम की तानाशाही से वंचित रह जाएगे ।
याचिकाकर्ता समाज सेवी व पत्रकार सलीम सिद्दीकी ने मुख्य न्यायाधीश से अनुरोध किया है कि शनिवार से बकरीद की शुरुआत है और शनिवार को हाईकोर्ट बंद रहती है इसलिए इस याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई कर आर्थिक कमजोर व आम मुसलमानो को राहत प्रदान करने की मेहरबानी करे ।
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