वासुदेव यादव
अयोध्या 21 जुलाई! योगी राज मे बढ़ते दलित-आदिवासी उत्पीड़न, आंदोलनकारियो पर दमन और जंगल राज के खिलाफ, न्याय और लोकतंत्र के लिए भाकपा (माले) द्वारा प्रदेशव्यापी चले जन अभियान के समापन पर आज महामहिम राज्यपाल को मांगो से संबंधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट अयोध्या को सौपा गया।
माले जिला प्रभारी अतीक अहमद, राज्य कमेटी सदस्य कामरेड राम भरोस, किसान नेता उमाकांत विश्वकर्मा के नेतृत्व मे भेजे गए ज्ञापन मे प्रदेश मे दलितो, गरीबो पर बढ़ते उत्पीड़न की घटनाओ पर रोक और इससे जुड़े मामलो मे न्याय की गारंटी करने, आंदोलनकारियो पर पुलिस दमन को रोकने और उनपर दर्ज सभी फर्जी मुकदमे रद्द करने, प्रदेश मे लोकतंत्र की बहाली व कानून का राज स्थापित करने, गोरखपुर के जाने माने बाल चिकित्सक डाॅक्टर कफील खान को बिनाशर्त अविलंब रिहा करने, आयकर सीमा के बाहर सभी को राशन - रोजगार व रूपये दस हजार महीना लॉकडाउन भत्ता देने तथा जिले के हैदरगंज थानांतर्गत ग्राम संवरधीर मे दलितो के साथ मारपीट करने वाले दबंगो को तत्काल गिरफ्तार करने और घायलो का समुचित इलाज की व्यवस्था करने की मांग की गई है।
ज्ञापन मे कहा गया कि प्रदेश की योगी सरकार न सिर्फ कोरोना से लड़ने के नाम पर, बल्कि कानून का राज कायम करने के मोर्चे पर भी बुरी तरह से फेल साबित हुई है। राजधानी मे लोकभवन के सामने दो महिलाओ द्वारा आत्मदाह की कोशिश, कासगंज मे गैंगरेप के अभियुक्त द्वारा पीड़िता व उसकी मां को ट्रैक्टर चढ़ाकर हत्या कर देने जैसी घटनाएं इस बात का गवाह है कि यूपी मे कानून के राज की जगह जंगल राज चल रहा है।
आगे कहा गया कि इस सरकार मे निशाने पर अपराधी नही, आंदोलनकारी है। लोकतंत्र व जनता के हक मे आवाज उठाने के कारण सीतापुर, लखीमपुर खीरी, मुरादाबाद, अयोध्या से लेकर प्रयागराज, मिर्जापुर तक भाकपा (माले) नेताओ-कार्यकर्ताओ के खिलाफ फर्जी मुकदमे कायम किये गये है।
ज्ञापन सौंपने मे राजेश वर्मा, इनौस संयोजक राम सिंह, पप्पू सोनकर, दिलीप कुमार गुप्ता उपस्थित रहे।
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