रिपोर्ट:सुहैल आलम
बल्दीराय/सुल्तानपुर।बल्दीराय तहसील क्षेत्र के कस्बा-माफ़ियात(चक सिकरा) में किसान समाउज्जमा ने थाई अमरूद की खेती करके सबको चौंका दिया है अमरूद के फल को गरीबो का सेब कहा जाता है और फलों के मुकाबले में अमरूद की खेती आसान है क्योंकि इसमें रोग और कीटों का प्रकोप और फलो के मुकाबले में कम होता है जिससे बाग किसानों को अधिक लाभ मिलता है अमरूद के पौधे की ऊंचाई और चौड़ाई कम होने के कारण कम रकबे मे अधिक पौधे रोपे जा सकते हैं कस्बा इसौली निवासी समाउज्जमा ने अपने खेत में चार वर्ष पूर्व अमरूद की थाई 1 किस्म के पौधो की बाग तैयार किया है जो दूसरे वर्ष से ही फल शुरू होकर आज एक बेहतरीन आय स्रोत साबित हो रहा है साथ ही साथ क्षेत्र और जनपद वासियों के लिये एक माडल बाग के रूप में साबित हो रहा है आये दिन इस बाग में कृषक आकर इस माडल बाग से प्रभावित होकर अमरूद की बाग लगा रहे हैं।पौधरोपण के लिए सर्वप्रथम खेत का चयन 6×6 मीटर ,सघन बागवानी हेतु 3×3मीटर की दूरी पर 50×50×50सेमी. आकार के गड्ढा अप्रैल- मई के महीने में खोद देते हैं।जून के आरंभ में ही 25 किलोग्राम गोबर की सड़ी खाद,250 किलोग्राम सिंगल सुपर फास्फेट,मिट्टी में मिला कर 1 फीट ऊंचाई तक गड्ढे को भर देते हैं। जिससे बरसात होने पर गड्ढे की मिट्टी अच्छी तरह बैठ जाय।पौधो को किसी प्रमाणित पौधशाला या सरकारी संस्थानों से ले इसकी प्रमुख किस्से थाई 1जो इस क्षेत्र में अधिक लोकप्रिय हुई है लखनऊ49,(सरदार),इलाहाबादी सफेदा एप्पल अमरूद, ललित,आदि प्रमुख प्रजाति है।सहायक उद्यान निरीक्षक मुहम्मद फाजिल एक बड़े कास्तकारों का समूह लेकर अमरूद बाग का भ्रमण कर विभागीय योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि प्रति हेक्टेयर दो लाख पचपन हजार किसानों को दिया जायेगा।लांक डाउन को देखते हुए प्रवासी मजदूरों को इसी के माध्यम से काम दिया जायेगा।ऐच्छिक किसान जिला उद्यान विभाग के कार्यलय से सम्पर्क कर सकते है।
पूर्व प्रत्याशी पप्पू रिजवान ने मौजूद किसानों को मास्क बितरण कर कोरोना जैसी महामारी से सचेत रहने की अपील की इस मौके पर जगदीश सिंह पूर्व जिला पंचायत सदस्य सनत्य कुमार सिंह पूर्व प्रमुख कूड़ेभार ,इलियास अहमद पूर्व बी.डी.ओ.जनार्दन सिंह,सुमित सिंह,शरदश्रीवास्तव एग्रिको एस. एन सिंह पूर्व प्रमुख इम्तियाज खान, रईश अहमदआदि लोग रहे मौजूद।
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