बलरामपुर ।। कोविड-19 संकट के दौरान जनपदवासी स्वयं की देख-भाल एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु दिये गये दिशा निर्देशों का पालन करें। कोरोना से बचने के लिए लॉक डाउन का अनुपालन करना नितांत आवश्यक है । घरों में रहकर नियमित व्यायाम व योग करते हुए संतुलित खानपान से हम इस संकट से लड़ सकते हैं ।
जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने बताया कि कोविड-19 महामारी की कोई भी दवा अभी तक नहीं बनी है। ऐसे में शरीर को स्वस्थ्य बनाए रखने में प्राकृतिक रोग प्रतिरोधक प्रणाली की भूमिका महत्वपूर्ण है। कोविड-19 के संकट के दौरान स्वयं की देख-भाल एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिये आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दिशा निर्देश जारी किये गये है। जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु जनपदवासी सामान्य दिशा निर्देशों का पालन करें। पूरे दिन केवल गरम पानी पियें। आयुष मंत्रालय की सलाह के अनुसार प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट योगासन, प्राणायाम एवं ध्यान करें। हल्दी, जीरा, धनिया एवं लहसुन आदि मसालों का भोजन बनाने में प्रयोग करें। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु आयुर्वेदिक उपाय करें, जैसें- च्वनप्राश 10 ग्राम (एक चम्मच)सुबह लें। मधुमेह के रोगी शुगर फ्री च्वनप्राश का सेवन करें। तुलसी, दालचीनी, कालीमिर्च, सोंठ(सूखी अदरख) एवं मुनक्का से बनी हर्बल टी/काढ़ा दिन में एक से दो बार पियें। स्वादानुसार इसमें गुड़ या ताजा नींबू मिला कर सेवन किया जा सकता है। गोल्डन मिल्क-150 मिली0 गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी चूर्ण दिन में एक से दो बार लें।
सामान्य आयुर्वेदिक उपाय
सुबह एवं शाम तिल नारियल का तेल या घी नाक के दोनो छिद्रों में लगायें। कवल-1 चम्मच तिल/नारियल को लेकर दो से तीन मिनट तक कुल्ले की तरह मुंह में घुमायें। उसके बाद उसे कुल्ले की तरह थूँक दें, फिर गरम पानी से कुल्ला कर लें। ऐसा दिन में एक से दो बार करें। खांसी गले से खरास के आने पर दिन में एक बार कम से कम पुदीने के पत्ते व अजावाइन डाल कर पानी की भाॅप लें। खाॅसी या गलें में खरास होने पर लौंग के चूर्ण में गुड़ या शहद मिला कर दिन में दो या तीन बार लें। ये उपाय सामान्य सूखी खाॅसी के लिये लाभदायक है, फिर भी अगर लक्षण बने रहते है तो डाक्टर से परामर्श लें।
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