आलोक बर्नवाल
संतकबीरनगर। बीते दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा अपने मीटिंग कार्यक्रम में अपने पिता के मृत्यु की खबर को सुनकर भी अपने जनहितार्थ बैठक को जारी रखा। जिससे आम जनमानस को इस कोरोना महामारी में कोई भी दिक्कत न हो। एक मुख्यमंत्री के द्वारा अपने जीवन को जनता के नाम पर करने वाले दुर्लभ रहते है। अपने पिता के मृत्यु की खबर मिलने के बाद भी नम आंखों से जनता के लिए अपने बैठक को जारी रखा। अपने पिता के अंतिम संस्कार में भी सम्मिलित न होने का निर्णय लेकर त्याग का उदाहरण पेश किया गया। एक तरफ देश मे लॉक डाउन के वजह से देश मे सभी कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है। पिता के मृत्यु की खबर पाकर अपने कर्तव्य को सर्वोपरि रखकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने त्याग का दुर्लभ उदाहरण देश को दिया है। इस तरह की उपरोक्त वक्तव्य को भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष व सांसद प्रतिनिधि चौधरी औरंगजेब ने एक संछिप्त वार्ता में कही। इसमे बताया गया कि यह एक मुख्यमंत्री के त्याग का अनुपम उदाहरण है जिसने अपने दुःख को परे रखकर जनता के हित को सर्वोपरि रखा। इसतरह से सभी नेताओं के लिए एक सीख दिया है। इस दौरान उनके द्वारा मुख्यमंत्री के पिता आनंद सिंह विस्ट को नमन कर श्रद्धांजलि दिया गया।
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