अखिलेश्वर तिवारी
पुलिस कर्मियों व थाने में आये जरूरतमंदों को निःशुल्क वितरित करतीं है मास्क
पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने प्रशस्ति पत्र व नकद पुरस्कार देकर किया सम्मानित
बलरामपुर ।। लाकडाउन के बाद मास्क की काफी किल्लत हो गई। एक तो मास्क मिल नहीं रहा था और जहां मिल भी रहा था वहां ऊॅचे दामों पर बेंचा जा रहा था। कोरोना से जग लड़ने में योद्धाओं को भी मास्क की किल्लत का सामना करना पड़ रहा था। ऐसे में कोरोना योद्धाओं को वायरस से बचाने का बीड़ा उठाया कोतवाली देहात की एक महिला आरक्षी ने। शुरू में सिपाही ने मास्क ना मिलने पर सिर्फ अपने बचाव के लिए मास्क बनाया। जिसके बाद मास्क बनाने का सिलसिला चल पड़ा और सिपाही की मेहनत को देखते हुए एसपी ने भी उसे पुरस्कृत किया है।
जानकारी के अनुसार थाना कोतवाली देहात में तैनात महिला आरक्षी शालिनी साहू मेहनत और लगन के साथ अपनी ड्यूटी निभाती हैं। थाने में सुबह 10 से शाम 5 बजे तक जन सुनवाई अधिकारी के रूप में फरियादियों की शिकायतें दर्ज कर उसका निस्तारण करवाने मेें सहयोग करतीं हैं। इसके अलावा शालिनी की एक और काम भी है, वो है जरूरतमंदों के लिए मास्क बनाना। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए देश में पहले लाॅकडाउन की घोषणा हुई। घोषणा के बाद से ही बाजार में मास्क की किल्लत हो गई। जहां मास्क मिल भी रहा था ऊॅचे दामों पर बेंचा जा रहा था। लाॅकडाउन के बाद शालिनी को कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क की जरूरत महसूस हुई लेकिन जब वे बाजार गई तो उन्हे कहीं भी मास्क नहीं मिला, तब उन्होने मास्क बनाने की ठानी। कोतवाली नगर के महिला बैरक में रहने वाली शालिनी ने सिलाई मशीन उठाकर अपने लिए मास्क बनाया। ड्यूटी पर उसे को मास्क लगाता देख थाने के अन्य आरक्षियों ने भी मास्क की मांग की फिर उन्होने प्रभारी निरीक्षक वीरेन्द्र कुमार सिंह के कहने पर 24 मार्च को उनके लिए ट्रिपल लेयर मास्क का निर्माण किया। शालिनी के मास्क की गुणवत्ता को देखकर प्रभारी निरीक्षक प्रभावित हुए और शालिनी को कोतवाली देहात में तैनात सभी आरक्षियों व थाने में आने वाले जरूरतमंदों के लिए मास्क बनाने की जिम्मेदारी सौपी। प्रभारी निरीक्षक शालिनी को मास्क बनाने का सामान उपलब्ध करवाते और शालिनी मास्क तैयार कर लोगों में वितरीत करतीं। शालिनी ड्यूटी के साथ अब तक करीब 150 मास्क बनाकर निःशुल्क वितरित कर चुकीं हैं। कोतवाली देहात में शालिनी की तैनाती 8 जुलाई 2018 को हुई इससे पहले वो महिला थाना और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में तैनात रह चुकीं है। 17 मई 2016 को शालिनी ने पुलिस विभाग में अपनी ज्वाईनिंग की थी। महिला आरक्षी शालिनी साहू ने बताया कि लाकडाउन की वजह से थाने में प्रतिदिन मात्र एक दो की संख्या में ही फरीयादी आते है जिससे उसे खाली समय में मास्क बनाने का वक्त मिल जाता है। मशीन पर सिलाई का काम वो ड्यूटी के बाद करतीं है और कटाई व लास्टिक लगाने का काम ड्यूटी के साथ साथ किया जाता है। शालिनी के बनाये मास्क देखने में एन 95 मास्क की तरह ही लगते हैं। सोमवार को थाने का निरीक्षण करने पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्रा ने शालिनी की मेहनत और लगन देखकर उसके काम की तारीफ भी की। मंगलवार को पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने थाने पहुंचकर महिला आरक्षी शालिनी साहू के काम की सराहना की और प्रशस्ति पत्र व नगद पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया।
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