अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर ।। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा मोबाइल पर जूम एप्प व यूट्यूब लाइव के माध्यम से जिले के विभाग से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को आनलाइन सत्र का आयोजन कर प्रशिक्षित किया गया। पहले सत्र में जूम एप के माध्यम से सभी को क्षेत्र में कोरोना वायरस के निपटने के लिए महत्वपूर्ण टिप्स दिये गये और दूसरे सत्र में यूट्यूब लाइव के माध्यम से विभागीय मंत्री ने सभी को सम्बोधित किया।
शनिवार को जिला कार्यक्रम अधिकारी सत्येन्द्र सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस कोविड-19 के महिला एवं बच्चों पर मनोवैज्ञानिक एवं सामाजिक प्रभाव को लेकर पहली बार शुक्रवार को विभाग द्वारा आॅनलाइन सत्र का आयोजन किया गया। पहले सत्र में डीपीओ जिले के सीडीपीओ राकेश शर्मा, गरिमा श्रीवास्तव, संजीव कुमार, प्रियंका दूबे, राजेश सिंह, संजीव कुमार, रेनू जायसवाल, नीलम कश्यप, राजेन्द्र व डा. संदीप कुमार, मुख्य सेविका, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों सहित तमाम अधिकारियों ने अपने अपने परियोजनाओं पर रहकर प्रतिभाग किया। दूसरे सत्र में कोरोना वायरस के भय से महिला एवं बच्चों पर पड़ने वाले मानसिक दुष्प्रभाव पर प्रकाश डाला गया। सत्र के माध्यम से बताया गया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गृह भ्रमण के दौरान लोगों को घर के अंदर सकारात्मक व सृजनात्मक कार्य करने की सलाह दें। उन्हे बताएं कि भय के वातावरण से बचने के लिए कम से कम टीवी देखें जिससे वे नाकारात्मकता से बच सकते हैं। सत्र के माध्यम से बताया गया कि यदि धात्री महिला कोरोना वायरस से प्रभावित है, तो विशेष सावधानी बरतकर बच्चे को दूध पिला सकती है। बताया गया कि विभाग द्वारा दिये जा रहा पोषाहार का सेवन भी पूरी तरह से सुरक्षित है लेकिन पोषाहार के पैकेट को पहले साबुन से अच्छी तरह धुल लें या उसे एक दो दिन के लिए अलग रख दें। जिसके बाद पोषाहार का प्रयोग पूरी तरह से सुरक्षित है। उन्होने बताया कि सत्र में परिवार के अंदर भी सामाजिक दूरी बनाए रखने पर बल दिया। उन्होने बताया कि यूट्यूब लाइव के माध्यम से महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बताया कि एनआईसी द्वारा डिवेलप किए गए आरोग्य सेतु एप को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से सभी आम जनमानस को डाउनलोड कराया जाए जिससे उन्हे कोरोना वायरस से बचाव के बारे में सही समय पर सही सूचना मिल सके। सही जानकारी के लिए आरोग्य सेतु एप को प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। डीपीओ ने सत्र के बाद सभी मुख्य सेविकाओं को निर्देशित किया कि होम विजिट के दौरान हैंडवाश और सोशल डिस्टेंसिंग के माध्यम से लोगों को कोरोना से बचाव के प्रति जागरूक किया जाए और पोषाहार का वितरण घर घर समय पर कराया जाए।
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