शिवेश शुक्ला
प्रतापगढ़ : ज़िले में पिछले दो दशकों से बच्चों के अधिकारों पर निरंतर कार्य कर रही स्वैच्छिक संस्था तरुण चेतना द्वारा कोरोना वायरस के प्रकोप से बच्चों के पोषण पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए एक विशेष प्रकार के स्नैक्स “गोमो” व ब्रिटानिया न्यूट्रीचॉइस बिस्कुट और मार्बल केक के वितरण की योजना बनाई है, जिसके लिए ब्रिटानिया, मार्श-पुणे व विन्कीज-कोलकाता ने कोरोना राहत हेतु प्रतापगढ़ के बच्चों के लिए मदद भेजी है.
चाइल्डलाइन-1098 के निदेशक नसीम अंसारी ने बताया कि यह उत्पाद मार्श एज-पुणे द्वारा यूनीवर्सिटी ऑफ कैलीफोर्निया, सेंट जान्स हास्पीटल बंगलोर एवं टाटा ट्रस्ट के साथ मिलकर पीली दाल से तैयार किया गया है। इसमें प्रोटीन, आयरन, जिंक, विटामिन ए, बी-12 समेत कई पोषक तत्वों का समावेश है। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के चलते सीमित संसाधनों से बने भोजन में पोषक तत्वों की कमी स्वाभाविक है, जिससे बच्चों में कुपोषण की समस्या आ सकती है. जिसे दूर करने में पीली दाल युक्त “गोमो” और ब्रिटानिया का न्यूट्री चॉइस बिस्कुट अहम भूमिका निभाएगा। श्री अंसारी के अनुसार पीली दाल से बने इस चटपटे गोमो स्नैक्स का उत्पादन यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलीफोर्निया जान हापकिंस यूनिवर्सिटी और टाटा ट्रस्ट के तकनीकी सहयोग से मार्श - पुणे ने किया है। इसके 41 ग्राम का सेवन प्रतिदिन लगातार करने से मात्र 30 दिनों में बच्चों की रुकी हुई वजन व लंबाई में रिकार्ड वृद्धि दर्ज की गई है।
श्री अंसारी ने बताया कि किसी भी महामारी के आने पर सबसे ज्यादा प्रभावित महिलाएं व बच्चे होते हैं। करीब एक महीने से लाकडाउन के कारण गरीब परिवारों में खाने की गुणवत्ता का स्तर काफी घटा है, जिससे बच्चों के पोषण पर इसका सबसे ज्यादा कुप्रभाव पड़ रहा है। इसी कुप्रभाव को कम करने के लिए तरुण चेतना द्वारा कल से चाइल्ड लाइन व महिला एवं वाल विकास विभाग के साथ मिलकर कोरोना प्रभावित परिवारों के 5000 बच्चों के लिए पोषक वस्तुओं का वितरण किया जायेगा.
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