जब लहराता तिरंगा प्यारा देता संदेश समन्वय का,
जन गण मन का पंकज खिलता होठों पर पंखुड़ियों सा
वंदे मातरम अधर से निकले देश का मान बढ़ाने को
रोम-रोम है पुलकित होता उठते हाथ सलामी को
वंदे मातरम, वंदे मातरम ,वंदे मातरम वंदे मातरम ||
रश्मि (पहली किरण)
दिल्ली
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