विमल
बभनान गोण्डा:इस वैश्विक स्तर की महामारी से निपटने के लिए जहां सरकार लाखो करोड़ो रूपये अनुदान में दे रही है ,लोगो को राहत एंव बचाव हेतु ठोस कदम उठा रही है ,वही स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कर्मयोगी एम्बुलेंस कंर्मी जो सर्वप्रथम कोरोना के संदिग्ध मरीज से लेकर कोरोना से ग्रसित मरीज तक का सामना कर रहे है ,इतनी अति संवेदनशील परिस्थिति में भी उनके लिए स्वास्थ्य विभाग ने कोई सुरक्षात्मक इंतज़ाम नही करवाये है ,न ही दो महीने का वेतन दिया गया है ,जहां एम्बुलेंसकंर्मी को सबसे ज्यादा सुरक्षित रहना है वही विभाग से न ही फेस मास्क सेनेटाइजर ,ग्लव्स ,जैसे अन्य कोई उपकरण नही प्राप्त हुए है ,बिना वेतन बिना सुरक्षा उपकरण के भी एम्बुलेंस कंर्मी अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी से कर रहे है ।
एम्बुलेंस के जिलाध्यक्ष बस्ती चंद्रशेखर पांडेय ने बताया कि हम लोगो ने अपने सुरक्षा को लेकर अपने जिला स्तरीय अधिकारी से शिकायत की और सी एम ओ साहब को भी बताया ,लेकिन कोई सुविधा मुहैया नही कराई गई ।अब हम लोग अपनी जान जोखिम पर डाल कर मरीजो को घर से अस्पताल ला रहे है ,जिम्मेदारों को हमारी कोई फिक्र नही है ,इस बात से सभी एम्बुलेंस कर्मी नाराज़ है और वेतन और सुरक्षा के लिए सरकार अगर कोई ठोस कदम नही उठाती है तो हमारे भी बाल बच्चे है हम खुद नही सुरक्षित नही रहेंगे तो दूसरों की कैसे मदद कर पाएंगे।
जिलास्तरीय एम्बुलेंस के अधिकारी आशीष कुमार साहू से सुरक्षा विषय पर बात करने पर उन्होंने बताया जिले के सभी ई एम टी और पायलट को गाइड लाइन दी गयी है ,कोई भी बिना मास्क एंव ग्लव्स के मरीज को उपचार के लिए न लाएगा न ले जाएगा ,और सी एम वो बस्ती को सूचित कर दिया गया है ,सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करा दिए जाएंगे ,
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