शिवेश शुक्ला
बस्ती :विकास खन्ड बस्ती सदर के सिसवनिया कुटी प्राचीन राम जानकी मंदिर पर नौ दिवसीय चल रही राम कथा ज्ञान यज्ञ एवं मूर्त्ति प्रांण प्रतिष्ठा के चतुर्थ दिवस पर अयोध्या से पधारे ब्यास अंकित दास जी महाराज ने कहा राम नाम अमृत के समान है।क्यो कि कहा गया है कलयुग केवल नाम अधारा ,सुमिर सुमिर नर उतरहि पारा। अर्थात राम नाम संकीर्तन ही मोक्ष का आधार है। शुकदेव जी महाराज ने भागवत कथा राजा प्रेक्षित को सुनाया जिससे राजा को मुक्ति प्राप्त हुई। राम कथा संसार में जीव को स्थापित करती है। अयोध्या धाम से पधारीं किशोरी प्रिया जी ने माता जानकी जी के चरित्र चित्रण पर प्रकाश डाला। उन्होंने ने कहा आदर्श पति व्रता नारी माता सीता सार की नारी जाति के लिए एक जीवंत उदाहरण हैं। हमें उनके चरित्र को धारण करने की आवश्यकता है।
यज्ञाचार्य विजय शंकर शास्त्री जी ने भगवान की मूर्त्ति को दुग्धावास एवं अन्नावास कराया। तथा यजमानों को इसका महत्व समझाया।कथा में घनश्याम दास, देवानंद शास्त्री,शिवम् शास्त्री,विजय शुक्ल,देवांश तिवारी, राम शोहरत, शान्ती, पार्वती, बाबू राम,उदय शंकर पाण्डेय, ओमप्रकाश पान्डेय, दिनेश, शशांक मिश्र, सुभाष मिश्र,अजीत,संजय,सोनू,व अरूण शर्मा आदि मौजूद रहे।
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