अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर।। जनपद बलरामपुर के बलरामपुर राजपरिवार के गौरवशाली इतिहास में आज एक नया अध्याय जुड़ गया । बलरामपुर राजपरिवार के पांचवें राजकुमार कुंवर जयेंद्र प्रताप सिंह का राजतिलक करके आज उन्हें महाराजा की उपाधि प्रदान की गई ।
जानकारी के अनुसार बलरामपुर राजपरिवार मूलभूत आवश्यकताओं को आपने प्रजा को उपलब्ध कराने के लिए हमेशा तत्पर रहा है ।उसी का परिणाम था कि बलरामपुर में स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली, पानी तथा धार्मिक स्थलों के निर्माण व उनको बढ़ावा देने के मामले में काफी प्रयास किए गए। बलरामपुर राज परिवार द्वारा पूर्वांचल में लड़कियों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए पहला गर्ल्स इंटर कॉलेज बलरामपुर में खोला गया था ।
इतना ही नहीं बलरामपुर क्षेत्र में बिजली की अबाध सप्लाई बनाए रखने के उद्देश्य से विद्युत उत्पादन केंद्र भी राज परिवार द्वारा स्थापित किया गया था । इस विद्युत उत्पादन केंद्र से 24 घंटे बिजली शहर तथा देहात सभी क्षेत्रों में उपलब्ध कराई जाती रही ।महाराजा दिग्विजय सिंह के द्वारा प्रजा के हित में शुरू कराई गई तमाम योजनाओं को उनके उत्तराधिकारी भगवती प्रसाद सिंह ने आगे बढ़ाया। राज परिवार के तीसरे महाराज पाटेश्वरी प्रसाद सिंह ने अपने पूर्वजों की परंपरा को बखूबी ना सिर्फ आगे बढ़ाया बल्कि उसमें उत्तरोत्तर वृद्धि भी की। महाराजा पाटेश्वरी प्रसाद को उनके शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य के लिए अंग्रेजों ने सर की उपाधि से नवाजा था। पाटेश्वरी प्रसाद सिंह के बाद राज परिवार की जिम्मेदारी संभालने वाले धर्मेंद्र प्रसाद सिंह ने तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भी पूर्वजों की परंपरा को बखूबी निभाया । दुर्भाग्यवश उनका आकस्मिक निधन वर्ष दो हजार अट्ठारह में हो गया था। महाराज धर्मेंद्र प्रसाद सिंह के स्वर्गवास के उपरांत उनके उत्तराधिकारी कुमार जयेंद्र प्रताप सिंह ने राज परिवार की जिम्मेदारी संभाली। गुरुवार को उनका राजतिलक पूरे विधि विधान के साथ उनके कुल परंपरा के अनुसार नील बाग पैलेस स्थित उनके निवास पर किया गया। राजतिलक के शुभ अवसर पर सदर विधायक पलटू राम, विधायक तुलसीपुर कैलाश नाथ शुक्ल, पूर्व मंत्री डॉक्टर शिव प्रताप यादव सहित जिले के तमाम गणमान्य नागरिकों, राजनेताओं व विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य नागरिकों ने शिरकत की ।
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