शिवेश शुक्ला
प्रतापगढ़ |जिला कचहरी प्रांगण में वरिष्ठ अधिवक्ता स्वर्गीय बाबू अवधेश सिंह "मकरी" की पुण्यतिथि पर अधिवक्ता अरुण कुमार त्रिपाठी के आयोजकत्व व वरिष्ठ अधिवक्ता ओमप्रकाश मिश्र आचार्य की अध्यक्षता में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया | इस मौके पर जिला कचहरी प्रांगण में एकत्रित हुए अधिवक्ताओं ने स्वर्गीय बाबू अवधेश सिंह के व्यक्तित्व कृतित्व पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की | कार्यक्रम का शुभारंभ स्व• बाबू जी के पुत्र शिक्षक अभिषेक सिंह ने उनकी प्रतिमा के समक्ष माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया | कार्यक्रम में जिला बार के पूर्व महामंत्री रामचंद्र सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि स्वर्गीय बाबू अवधेश सिंह एक ऐसे महान कानूनविद् विभूतियों में थे कि जिनका नाम प्रतापगढ़ जिले में ही नहीं अपितु कई आसपास के जनपदों में बड़ी श्रद्धा से लिया जाता था |वकालत पेशे में उन्होंने आने के बाद उन्होने जो ख्याति अर्जित की वह हम सबके लिए प्रेरणादायक है | इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जूनियर बार एसोसिएशन पुरातन के पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश मिश्र आचार्य ने कहां कि स्वर्गीय बाबू जी के विषय में कुछ कहना सूरज को दीपक दिखाने की सामान है ,वह ऐसे अधिवक्ताओं में से थे कि उनके लिए अमीर और गरीब दोनों वादकारी बराबर होते हैं | उन्होंने समाज के निर्माण हेतु गरीब,असहाय तपके के लोगों को सदैव समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य करते हुए उन्हें न्याय और सत्य मार्ग पर चलने की प्रेरणा दिया करते थे | उनकी न्याय प्रियता बहुत ही लोकप्रिय और सराहनीय रही है | इस मौके पर जूनियर बार के पूर्व महामंत्री गिरीश कुमार मिश्र ने कहा कि स्व• बाबू जी हम लोगों के प्रेरणास्रोत रहे है ,वकालत पेशे में मेरे आने के बाद उनसे जो सीख मिली आज भी हमारे लिए प्रेरणा है | वह सरलता व न्याय के प्रतिमूर्ति रहे हैं | कार्यक्रम में अधिवक्ता रवीश कुमार मिश्र, संतोष पांडेय ,परमानंद मिश्र, उमेश विश्वकर्मा ,मनीष पांडेय , शिवेश शुक्ल, विवेक त्रिपाठी ,अवनीश पांडेय , पंकज मिश्रा, बबलू शुक्ला ,सुधीर केसरवानी ,नितिन सिंह ,आशुतोष सिंह ,दिनेश पांडे, डॉ आशुतोष सिंह ,सत्यजीत सिंह, शरद सिंह सहित आदि लोगों ने स्वर्गीय बाबू अवधेश सिंह के प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया | कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता रवीश मिश्र ने किया | कार्यक्रम के अंत में स्व• बाबू अवधेश सिंह के पुत्र अभिषेक सिंह ने आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया |
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