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संकट की स्थिति में तारनहार होती है मॉ : रागी


शिवेश शुक्ला 
प्रतापगढ़ | ब्रम्हदेव साहित्य समाज के तत्वाधान में नगर स्थित आनंद हॉस्पिटल के सभागार साहित्य समाज के उपाध्यक्ष डॉ सुधांशु उपाध्याय के आयोजकत्व में बसंत पंचमी के पावन पर्व पर काव्य एवं विचार गोष्ठी का आयोजन संरक्षक राज किशोर त्रिपाठी "रागी" की अध्यक्षता में किया गया | कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व सरस्वती वंदना के साथ हुआ | कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राज किशोर त्रिपाठी ने कहा कि शक्ति स्वरूपा के अवतार से ही विचारों का विनाश होता है तथा संकट की स्थिति में ही तारणहार होती है | इस मौके पर सत्येंद्र नारायण तिवारी ने कहा कि एक साहित्यकार ही समाज में व्याप्त कुरीतियों को उजागर करके उसका समाधान भी प्रस्तुत करता है | इस मौके पर साहित्य समाज के अध्यक्ष प्रेम कुमार त्रिपाठी "प्रेम" ने कहा कि यदि मां सरस्वती की कृपा मिल जाए तो व्यक्ति को जीवन में सफल होने से कोई रोक नहीं सकता |उन्होंने कहा कि जब कल्याण की बात आती है तो देवताओं को भी मॉ  का आवाहन करना पड़ता है |इस मौके पर उन्होंने अपना काव्य पाठ कर मां सरस्वती का वंदन किया साथ ही संतोष सहज, परमानंद मिश्र, शेष नारायण दुबे राही, हरिवंश शुक्ल , संजय शुक्ल ,डॉ कामायनी उपाध्याय, उदयराज ,अखिल नारायण सिंह, डॉक्टर गौरव त्रिपाठी ,डॉक्टर बालकृष्ण पांडे ,डॉ श्याम शंकर शुक्ल श्याम ,डॉ• समाज शेखर, राजेश मिश्र ,विनय कुमार मिश्र, गोविंद नारायण मिश्र ,रमाशंकर तिवारी ,निशा कांत मिश्र ,लालता प्रसाद दुबे ,अनूप त्रिपाठी आदि ने अपने विचार व्यक्त किए | अंत में प्रेम कुमार त्रिपाठी ने कार्यक्रम के आयोजक के प्रति आभार व्यक्त किया |कार्यक्रम का संचालन सुरेश नारायण दुबे ब्योम ने किया |

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