शिवेश शुक्ला
बस्ती। बसंत पंचमी की शाम जीआईसी ग्राउण्ड में चल रहे पांच दिवसीय बस्ती महोत्सव के तीसरे दिन भजन सम्राट अनूप जलोटा व गुत्थी ने समा बांधा।
भक्ति संध्या की ऐसी बयार चली कि श्रोता गुनगुनाने पर मजबूर हो गये। मंच पर आते ही अनूप जलोटा ने बस्ती की पावन धरती को नमन किया, जलोटा ने कहा कि कई श्रृषि मुनियों ने यहां समय बिताये हैं, इसे हम तपवन कहते हैं। उन्होने अपने सबसे प्रिय भजन ऐसी लागी लगन, मीरा हो गयी मगन से भजन संध्या का का माहौल बनाया, फिर आंख वो जो श्याम का दर्शन किया करे, अच्युतम केशवम, जानकी बल्लभम, रंग दे चुनरिया, श्याम तेरी बंशी को बजने से काम, मैली चादर ओढ़ के कैसे जैसे प्रिय भजनों से उन्होने श्रोताओं को मुरीद कर दिया। इसी के साथ रामायण पर आधारित लेजर शो और रोहित ठाकुर के मिमिक्री शो ने भी इर्शकों को खुब लुभाया। गुत्थी के किरदार पर दर्शक ठहाके लगाते रहे।
गांधी की सोच पर आधारित नृत्य भी काबिले तारीफ रहा। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने दीप जलाकर महोत्सव के तीसरे दिन का उद्घाटन किया। उन्होने कहा महोत्सव में आने से संस्कार मिलते हैं, जन जन को इस महोत्सव का लाभ मिलेगा। नृत्य, संगीत, ड्राम के क्षेत्र के धुरंधर इस महोत्सव में चार चांद लगा रहे हैं।
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