सुनील उपाध्याय
बस्ती: बस्ती यूपी। पूरे देश में बड़े पैमाने पर रेलवे की साइट हैक कर तत्काल टिकट बना कर करोड़ों का खेल के मामले में बस्ती से पुराना कनेक्शन जुड़ा है। 2016 में बस्ती से हामिद नाम के युवक को सबीआई ने अरेस्ट किया था तो एएनएमएस सॉफ्टवेयर से आईआरसीटीसी की साइट हैक कर मिनटों में सैकड़ो टिकट बना लेता था, इस के लिए उसने बड़े पैमाने पर कई राज्यों में अपने एजेंट बना रखे थे जो इस सॉफ्टवेयर से टिकट बुक करते थे, टिकट की इस कालाबाजारी से जो पैसा आता था उस को सॉफ्टवेयर डेवलपर हामिद को शेर देना पड़ता था, हाल ही में बस्ती पुलिस और रेलवे की टीम इस धंधे से जुड़े कई लोगों को अरेस्ट किया है और अब भी इस से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी पर काम चल रहा है, टिकट कालाबाज़ारी से चल रहे करोड़ो के खेल में पैसों की टेरर फंडिंग की आशंका जताई जा रही है, हालांकि एसपी ने अभी इस तरह की जानकारी होने से इनकार किया है, उनका कहना है मामले की जांच चल रही है, इस गैंग के सरगना ने अब गिरफ्तारी के डर से डीजी आरपीएफ अरुण कुमार को 8 पेज का ई मेल भेजा है, उस ने मेल में दावा किया है आईआरसीटीसी की साइट में कई खामियां है, जिससे इस में आसानी से सेंध मारी हो जाती है, उस ने मेल में दावा किया कि आईएसआईएस की साइट पर 500 बार मेल कर उन की कमियों को बताया लेकिंस कि बात को नज़र अंदाज़ कर दिया गया, डीजी आरपीएफ से उस ने अपने आप को सरेंडर करने की अपील की, उस ने मेल मे दावा किया कि वो रेलवे की साइट को बुलेटप्रूफ कर दूंगा, जिससे कभी कोई रेलवे की साइट हैक नही कर पायेगा, डीजी को भेजे गए ई-मेल में हामिद ने लिखा है कि सीबीआई द्वारा पकड़े जाने के बाद 2016 में उसने क्रिस (सेंटर फॉर रेलवे इन्फार्मेशन सिस्टम) नई दिल्ली के चाणक्यापुरी स्थित ऑफिस पर जाकर उनकी सारी कमियां बताई थीं। सीबीआई को भी लेटर लिखकर वाकिफ कराया था लेकिन उसकी बातों को हवा में उड़ा दिया गया। डीजी आरपीएफ को भेजे लेटर में हामिद ने कहा है कि वह खुद 25 जनवरी से अपना ‘एएनएमएस’ सॉफ्टवेयर हमेशा के लिए बंद कर देगा। इसके बाद भी इस धंघे में लिप्त सैकड़ों लोग अपने सॉफ्टवेयर का नाम एएनएम रखकर चलाएंगे और आरोप उस पर लगते रहेंगे। सवाल किया है कि क्या गारंटी है कि उसके द्वारा अपना सॉफ्टवेयर बंद कर देने के बाद अन्य लोग अवैध साफ्टवेयर के जरिए ई-टिकट का काला धंधा बंद कर देंगे? हामिद ने डीजी आरपीएफ से गुजारिश की है कि वह उसे हॉयर कर लें। रेलवे की वेबसाइट का इतना लूप होल वह जानता है जितना रेलवे के कम्पूटयर इंजीनियर नहीं जानते हैं। रेलवे की वेबसाइट इतनी कमजोर है कि कम्प्यूटर का अच्छा जानकार मिनटों में पूरे रेलवे को हैक कर सकता है। उसने गुजारिश की है कि उसे हायर कर लिया जाए। बदले में वह ऐसा सिक्योरिटी सिस्टम डालेगा कि ई-टिकट की कालाबाजारी इतिहास के पन्नों सिमट कर रह जाएगी। कोई भी उसके द्वारा बनाए गए सिक्योरिटी सिस्टम को तोड़ नहीं पाएगा। उसने यह भी लिखा है कि लगातार उसके खिलाफ आ रही खबरों से उसकी प्रेमिका नाराज हो गई है। वह सब टेंशन खत्म करके अपनी गर्ललफ्रेंड के साथ रहना चाहता है।
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