सुनील उपाध्याय
बस्ती। आज बलिया की क्रान्तिकारी धरती सुखपुरा में भागीदारी संकल्प मोर्चा द्वार वंचित समाज अधिकार चेतना रैली का में भारी संख्या मव लोगों ने भाग लिया। भागीदारी संकल्प मोर्चा की यह प्रथम संयुक्त रैली में उमड़ी लाखों की भीड़ ने उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल से एक नये राजनैतिक विकल्प के रूप में प्रदेश की सियासत में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई ।
रैली को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री बाबू सिंह कुषवाहा ने कहा कि इस भीड़ को देखकर ये लगता है कि वंचित समाज अब अपने हक और अधिकार के लिए जागा है। ओमप्रकाश ने कहा कि आजादी के 73 वर्षो से विभिन्न राजनैतिक पार्टियों ने वोट के नाम पर आपको सिर्फ बहकाने का काम किया है। आपको संवैधानिक अधिकार पाने से वंचित रखा है। वंचित समाज के लोगों को धर्म का नषा पकड़ाया जा रहा है। आपके और हमारे बच्चों को कांवड़ ढोने की सीख दी जा रही है मगर जो लोग सत्ता में बैठे हैं, उनके बच्चे विदेषों में जा कर वैज्ञानिक, डाक्टर और बड़े-बड़े अफसर बन रहे हैं। आज वंचित समाज को बांटने के लिए आपस में लड़ाया जा रहा है। हिन्दु-मुसलमान में नफरत पैदा की जार रही है। हम एक साथ जिते-मरते आये हैं। हमें नफरत पैदा करने वालों से सतर्क रहना होगा। जो हिन्दु-मुसलमान का मुद्दा बार-बार उठा रहे हैं, उनसे सजग रहना होगा। यह मुद्दा उठा कर कुछ लोग आपकी असल समस्याओं-गरीबों के लिए अस्पताल, मुफ्त ईलाज, एम्स जैसा अस्पताल, रोजगार के लिए फैक्टी, लोगों को रोजगार। सत्ता में बैठे ये लोग सरकारी अस्पताल और स्कूल समाप्त किये जा रहे हैं। जहाॅ स्कूलों में पढ़ाने के लिए मास्टर नहीं है इन समस्याओं पर ध्यान न देकर प्रदेष सरकार 05 लाख दिये जलाये, 150 फिट ऊची मूर्ति लगे, मन्दिर बने, गौ सेवा की जाय एवं प्राईमरी स्कूलांे में बच्चों को खिचड़ी खिला रही है। जरा सोचिए जब वंचित समाज का बच्चा पढे़गा नहीं तो आई0ए0एस0, पी0सी0एस0 की नौकरी किन को मिलेगी? बड़े लोगों के बच्चों को ही मिलेगी।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रेमचन्द प्रजापति, राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय उपेक्षित समाज पार्टी ने अपने सम्बोधन में कहा कि सरकार कहती है कि दलितों और पिछड़ों को आरक्षण मिला हुआ है। जबकि सरकार में सभी उच्च पदों पर अमिरों और बड़े लोगों का ही आज भी कब्जा है। हमारी हिस्सेदारी खत्म की जा रही है, हमारी जनसंख्या 90 प्रतिषत है तो हमारे हिस्से में 90 प्रतिषत नौकरियां आना चाहिए कि नही?
राष्ट्र उदय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबू राम पाल, ने कहाॅ कि सरकार पालिटेक्नीक साथ ही अन्य टेक्नीकल इंस्ट्यूटों का निजीकरण करते जा रही है। इंजीनियरिंग और मेडिकल कालेजों को भी इसी क्रम में निजीकरण कर रही है। अब तक गरीबों के बच्चे 30 हजार रूपये में पालिटेक्निक कर लेते थे, लेकिन निजीकरण के बाद एक लाख से ज्यादा फीस हो जायेगी। जो एम0 बी0 बी0 एस0 की पढ़ायी तीस से 40 लाख में हो जाती थी वो अब एक से दो करोड़ में होगी। अब आप ही बताइये अब गरीबों के बेटे डाक्टर, इंजिनीयर कैसे बनेगें।
अध्यक्षीय सम्बोधन में रैली को सम्बोधित करते हुए सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री, उ0प्र0 सरकार मा0 ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि 67 वर्षों से जिस प्रकार गरीबी हटाने के नाम राजनैतिक दलों ने गरीबों का पावर गरीबों का वोट लेकर गरीबी हटाने के बजाय गरीबों को ही समाप्त करने का कुचक्र रचा है, उसके अन्त की शुरुआत आज सुखपुरा बलिया से हो गयी है।
आज वंचित समाज 90 प्रतिषत की आबादी के बावजूद 10 प्रतिशत से कम भागीदारी ले पाया है उसका जबाज बहुत जल्द ही मिलेगा। क्योंकि आज वंचित समाज जिस प्रकार अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हुआ है और एक साथ संघष के लिये उठ खडा हुआ है, अपने वोट की ताकत को पहचान गया है, अब वो दिन दूर नहीं जब 90 प्रतिशत ताकत वाला अपने भाग्य का विधाता स्वयं बनेगा। गरीबों के साथ भय, भूख, भ्रष्टाचार का खेल बहुत हो चुका। गरीबों का शोषण और हत्या नौजवानों को बेरोजगार और किसानों को लाचार करने वाली ये गरीब नौजवान और किसानों को लाचार करने वाली ये गरीब नौजवान और किसान विरोधी सरकार अब अपनी उल्टी गिनती गिनने को मजबूर होगी। क्योंकि जिस ताकत के बल पर छल से आज तक इन पार्टियों ने राज किया है, वंचित समाज उस छल को समझ कर अपने ताकत को जान चुका है।
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