सुनील उपाध्याय
बस्तीः बहुचर्चिर्चत कबीर हत्याकांड में यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़ा अभियुक्त अभिजीत लखनऊ जेल से अपने फेसबुक एकाउण्ट से अपने दोस्तों के संपर्क में है। उसे जेल में इतनी सुविधायें मिली हैं कि वह बाकायदा चैटिंग कर रहा है। आश्चर्य है जेल के अंदर एक तिनका भी कोई लेकर नही जा सकता वहीं अभिजीत फेसबुक एकाउण्ट पर सक्रिय है जो व्यवस्था का पर एक करारा तमाचा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश की कानून व्यवस्था आखिर तमाम सख्ती के बावजूद क्यों नही सुधर रही है और अपराधी ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
कबीर हत्याकांड की गूंज प्रइेश मुख्यालय तक सुनाई दी थी। कई अफसर इधर से उधर हुये और बस्ती शहर में सरेआम कबीर समर्थकों ने तोड़फोड़ कर दहशत फैलाया था। तेज तर्राक अफसर एडीजी आशुतोष पाण्डेय स्वयं दूध का दूध और पानी का पानी करने में ले थे। बावजूद हाई प्रोफाइल हो चुके इस मामले में जेल में बंद अभियुक्त मोबाइल के जरिये चैटिंग करे और नेटवर्क मजबूत करते हुये जेल की सूचनायें बाहर भेजे तो कानून व्यवस्था पर इससे करारा तमाचा क्या होगा। अभिजीत तो महज बानगी है। अपराध की दुनिया में उसकर उम्र बहुत कम है। जेल में बंद दुर्दान्त अपराधियों को कैसी सुविधायें मिल रही होंगी इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।
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