ए.आर. उस्मानी / सुरेश तिवारी
गोण्डा। मामूली कहासुनी और मनमुटाव को लेकर दो परिवारों के बीच बंधने वाली रिश्ते की डोर कमजोर हुई तो दूरियां बढ़ गयीं। परिजनों की अकड़ और जिद के चलते युवक और युवती विवाह के अटूट बंधन में नहीं बंध सके। करीब दो साल तक मामला यूं ही लटका रहा। इस बीच दोनों में मोबाइल फोन पर घंटों बातें होती रहीं। हद तो तब हो गई जब युवती अपने होने वाले पति के घर जा धमकी। मामला थाने पर पहुंचा जहां पुलिस ने सूझबूझ और बड़ी मशक्कत के बाद दोनों पक्षों को राजी करके सभी की सहमति पर थाना परिसर में बनी मंदिर पर हिंदू रीति रिवाज के साथ विवाह करा दिया। यह शादी इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।
जिले के मोतीगंज थाना क्षेत्र के पिकौरा गांव निवासी गुरू प्रसाद कोरी के पुत्र सरजू प्रसाद उर्फ संजय कुमार की शादी करीब दो वर्ष पूर्व पुरानी दिल्ली के थाना गांधी नगर के मोहल्ला शांति नगर की गली नंबर 8 के निवासी पवन कुमार कोरी की 20 वर्षीया पुत्री आराध्य के साथ तय की थी, लेकिन कुछ बातों को लेकर दोनों पक्षों के बीच तनाव हो गया और शादी का रिश्ता टूट गया। विवाह जैसे पवित्र रिश्ते में दोनों परिजनों की अकड़ और जिद भले ही दीवार बन गई थी लेकिन लड़का सरजू और लड़की आराध्य के बीच मोबाइल फोन पर घंटों बातों का सिलसिला शुरू हुआ तो अपनी मंजिल पर ही पहुंचकर रूका। बताते हैं कि शादी तय होने के दौरान युवक व युवती ने एक-दूसरे का मोबाइल नंबर ले लिया था जिस पर दोनों घंटों बातें किया करते थे। मोबाइल पर बातें करते करते दोनों ने साथ जीने और साथ मरने की कसमें खा ली। वे प्यार में एक-दूसरे के दीवाने हो गये। हद तो तब हो गई जब सरजू के प्यार में पागल आराध्य उससे मिलने के लिए पुरानी दिल्ली से गोण्डा जिले के मोतीगंज क्षेत्र में स्थित सरजू के घर पिकौरा गांव पहुंच गई। अचानक उसे अपने घर देखकर सरजू प्रसाद के माता-पिता व परिवार वाले अवाक हो गए। आराध्य सरजू के साथ शादी करने की जिद पर अड़ गयी और उसने यहां से वापस अपने घर दिल्ली जाने से भी साफ इंकार कर दिया। आराध्य की जिद और जुनून देखकर सरजू प्रसाद के पिता ने मोतीगंज थाने पर तहरीर दी।
मोतीगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक अटल बिहारी ठाकुर ने बताया कि गुरू प्रसाद द्वारा दी गई तहरीर की जांच थाने के उप निरीक्षक प्रदीप कुमार गंगवार को सौंपी गई। एसआई श्री गंगवार जांच के लिए पिकौरा गांव पहुंचे और लड़की को समझाने बुझाने का प्रयास किए लेकिन उस पर कोई असर नहीं हुआ और वह अपनी जिद पर अड़ी रही। इस पर वह दोनों पक्षों को थाने ले आए। उप निरीक्षक श्री गंगवार ने बताया कि दोनों पक्षों को बैठाकर काफी समझाया गया तो लड़की आराध्य ने बताया कि उसकी और सरजू प्रसाद की शादी दो वर्ष पूर्व तय हुई थी, लेकिन दोनों के घर वालों के बीच कोई विवाद हो गया और शादी का रिश्ता टूट गया। इसके बावजूद उसके और सरजू के बीच कोई दूरी नहीं हुई। दोनों मोबाइल फोन पर घंटों बातें करते रहे। लड़की आराध्य ने बताया कि उसने दिल्ली के गांधी नगर थाने में इस संबंध में एक प्रार्थना पत्र दिया था। उसने दिए गए प्रार्थना पत्र की फोटो कॉपी भी पुलिस को दिखाई। लड़का-लड़की दोनों बालिग थे। पुलिस द्वारा समझाने बुझाने पर दोनों पक्ष शादी करने के लिए तैयार हो गए। पुलिस ने थाना परिसर में बनी मंदिर में शादी की रस्म अदा कराई। युवक-युवती ने मां दुर्गा को साक्षी मानकर एक-दूसरे के गले में जयमाल डाल दी।
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