अमरजीत सिंह
अयोध्या। कानून व्यवस्था की बेहतरी के मद्देनजर अपराध और अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई के लिए पुलिस महकमे की ओर से चीता दस्ते का गठन किया गया था। इस दस्ते को आधुनिक सुख सुविधाओं और संसाधनों से लैस किया गया था। जनपद पुलिस की ओर से सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर जिले में गस्त और निगरानी की कमान में महिला पुलिस बल को भी लगाया गया है। पूरे जिले में शेरनी के नाम से महिला पुलिस बल का दस्ता तैयार किया गया है। इस दस्ते को
संदिग्धों की पहचान, प्राथमिक उपचार,दंगा नियंत्रण,रबर बुलेट व स्वचालित हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया गया है।
शुक्रवार को जनपद पुलिस की ओर से बताया गया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी के निर्देश पर जनपद के सभी थानों से 56 चुस्त-दुरुस्त महिला कर्मियों का चयन किया गया और सभी को अपराध और अपराधियों से निपटने में काम आने वाली सभी प्रकार की ट्रेनिंग दी गई। बताया गया कि कैसे संदिग्ध और असामाजिक तत्वों की पहचान करनी है, दंगा और आपात हालात पैदा होने पर इस हालात से कैसे निपटना है, इस दौरान कोई अगर घायल हो जाता है तो उसको प्राथमिक उपचार कैसे दिया जाए? यह सब विशेषज्ञों की ओर से सिखाया गया। साथ ही चुनी गई महिला पुलिसकर्मियों को रबर बुलेट आंसू गैस तथा अन्य हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी गई। प्रशिक्षण की कसौटी पर खरा उतरने के बाद इनमें से कुल आठ त्वरित कार्रवाई दल टीम का गठन किया गया। महिला थाना अध्यक्ष प्रियंका पांडे के नेतृत्व में गठित इस क्यूआरटी टीम को शेरनी का नाम दिया गया है और प्रत्येक टीम को एक एक चार पहिया वाहन उपलब्ध कराया गया। चार-चार क्यूआरटी शहर व देहात क्षेत्र में तैनात की गई है। दो क्यूआरटी टीम दिन में व दो क्यूआरटी टीम रात्रि में भ्रमणकर कानून और शांति व्यवस्था का अनुपालन करावेगी।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ