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पुरुषों की अब है बारी, परिवार नियोजन में जिम्मेदारी


अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर ।। दम्पत्तियों के प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार लाने हेतु पुरुषों की सहभागिता अत्यंत महत्वपूर्ण है। सरकार के अथक प्रयासों के बावजूद भी वर्तमान में पुरुष नसबन्दी (एनएसवी) की स्वीकृति दर बहुत कम एवं निराशाजनक है। ऐसे में सूबे के स्वास्थ्य महकमे द्वारा परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए इस वर्ष भी 21 नवम्बर से 04 दिसम्बर तक ‘पुरुष नसबन्दी पखवाड़ा’ मनाये जाने का निर्णय लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गयी है।

                   बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. घनश्याम सिंह ने बताया इस वर्ष पुरुष नसबन्दी पखवाड़ा मनाये जाने के लिए भारत सरकार द्वारा “पुरुषों की अब है बारी, परिवार नियोजन में जिम्मेदारी” थीम निर्धारित किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य जनसाधारण को सीमित परिवार के बारे में जागरुक बनाना तथा परिवार कल्याण कार्यक्रम में पुरुषों की भागीदारी को बढ़ाते हुए कार्यक्रम को गति प्रदान करना है। उन्होंने कहा जनसमुदाय के मध्य नसबन्दी के प्रति जागरुकता और प्रभावी रूप से बढ़ाये जाने हेतु पखवाड़े के दौरान व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इस आयोजन में नियमित सेवाओं के माध्यम से पुरुष नसबन्दी सेवायें लाभार्थियों को उपलब्ध करायी जायेंगी। परिवार कल्याण कार्यक्रम को बढ़ावा मिलने से जिले के प्रजनन स्वास्थ्य आंकड़ों में सुधार आएगी। साथ ही साथ मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी भी आयेगी। इसके लिए उन्होंने जनपदवासियों से विशेषकर पुरुष वर्ग से आगे आने की अपील की है। जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ तुलसीदास तिवारी ने बताया इस बार भी पुरुष नसबन्दी पखवाड़ा दो चरणों में मनाये जाने का निर्णय लिया गया है। इसमें 21 नवम्बर से 27 नवम्बर तक दम्पत्ति संपर्क चरण और 28 नवम्बर से 04 दिसम्बर तक सेवा प्रदायगी चरण शामिल है। पहले चरण में आशा एवं एएनएम द्वारा इच्छुक योग्य दम्पतियों की पहचान कर पंजीकरण किया जायेगा। इसके साथ ही गर्भ निरोधक साधनों के प्रयोग (कंडोम, पुरुष-नसबंदी) हेतु व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने एवं पुरुष नसबंदी की सेवाओं को बढ़ावा देने हेतु सार्वजानिक स्थलों और स्वास्थ्य इकाइयों पर प्रचार-प्रसार सामग्री को प्रदर्शित किया जायेगा। वहीं दूसरे चरण में संयुक्त जिला चिकित्सालय के अतिरिक्त सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी विशेष शिविर लगाकर पुरुष नसबंदी की सेवाएँ दी जाएंगी। इस दौरान गर्भनिरोधक के अन्य साधन जैसे - महिला नसबंदी, कापर-टी, अंतरा व छाया भी दम्पत्तियों को उनकी इच्छा के अनुसार उपलब्ध कराए जायेंगे। उन्होंने कहा लोगों को गुणवत्ता पूर्ण आसान सेवा प्रदान करने हेतु स्वास्थ्य केन्द्रों पर आधुनिक गर्भनिरोधक संसाधन जैसे-अंतरा इंजेक्शन, छाया गोली व कंडोम बाक्स पहले से ही उपलब्ध हैं।

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