अमरजीत सिंह
अयोध्या। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के पूर्व सदस्य और दारुल उलूम नदवतुल उलेमा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सलमान नदवी को जनपद पुलिस ने रौनाही टोल प्लाजा से वापस कर दिया। वह मंदिर मस्जिद पक्षकारों तथा संत धर्माचार्य से मुलाकात के लिए शनिवार को अयोध्या आ रहे थे। जिला प्रशासन का कहना है कि जनपद में शांति व्यवस्था के मद्देनजर ऐसा कदम उठाया गया है।
लखनऊ फैजाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित तहसील पूर्व टोल प्लाजा के पास पुलिस की ओर से अयोध्या जाने से रोके जाने के बाद श्री नदवी ने मीडिया से बात की। समुदाय के कई लोगों ने श्री नदवी का माल्यार्पण कर स्वागत किया।सलमान नदवी ने कहा उनके अयोध्या जाने का मकसद यह था कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से विवादित जमीन को लेकर जो फैसला दिया गया है। उसका एहतराम कैसे किया जाए और कैसे अयोध्या तथा मुल्क में सद्भावना और भाईचारा कायम रहे। सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला है उसको किस तरह से आगे बढ़ाया जाए। इसी को लेकर उनका इरादा अयोध्या के संत धर्माचार्य और समुदाय के लोगों से मिलने का था।सबसे बात करनी थी कि असल चीज मुल्क में अमन है, शांति है और भाईचारा है। इसकी फिक्र कीजिए और जो फैसला हुआ है वह अच्छा फैसला हुआ है अब इस फैसले के मुताबिक अमल होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि फैसले के बाद मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड गलत बात कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक हमें जमीन ले लेनी चाहिए। वह अयोध्या जाकर मस्जिद निर्माण के लिए सरकार की ओर से मिलने वाली संभावित जमीन पर भी विचार विमर्श करने वाले थे।
गौरतलब है कि राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद में भूमि के मालिकाना हक को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के पूर्व ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक में श्री नदवी ने विवादित स्थल से दावा छोड़ने और मस्जिद कहीं अन्यत्र बना लेने की बात कही थी। इसी बात को लेकर मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड की ओर से उनको निष्कासित कर दिया गया था। रौनाही टोल प्लाजा पर पुलिस की ओर से रोके जाने के बाद अधिकारियों से विचार-विमर्श पर श्री नदवी वापस जाने को मान गए।
उनका कहना है कि माहौल शांत होने के बाद वह फिर अयोध्या का दौरा करेंगे। टोल प्लाजा के पास स्वागत करने वालों में राम मंदिर के पैरोकार बबलू खान,अल्ताफ खान, रईस खान,नफीस खान,अदनान खान समेत अन्य शामिल रहे।
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