शिवेश शुक्ला
बस्ती:पूर्वांचल एवं गन्ने की खेती का चोली-दामन का रिश्ता रहा है, इस रिश्ते और पूर्वांचल में गन्ने की खेती की अहमियत को सबसे पहले अंग्रेजों ने समझा था, यही वजह है कि यहां की अधिकांश चीनी मिलें ब्रिटिश काल 1910-1930 में स्थापित हुईं, देखते-देखते इनकी संख्या 31 तक जा पहुंच गई थी,पूरे पूर्वांचल में दूर-दूर तक लहराते गन्ने के खेत और चीनी मिलों का धुंआ खुशहाली का प्रतीक था, तब किसानों को मिलों से मिली पर्ची नकदी मानी जाती थी, स्थानीय व्यापारी इनके बिना पर किसानों को इतनी उधारी दे देते थे कि वे बेटी के हाथ तक पीले कर लेते थे। छोटी मोटी जरूरतों की तो कोई बात ही नहीं थी,लेकिन धीरे-धीरे पूर्वांचल में एक-एक कर चीनी मिलें बंद होती गई, ऐसे में मुण्डेरवा में सीएम द्वारा नई चीनी मिल के शुभारम्भ से एक बार फिर पूर्वांचल में गन्ना किसानों की उम्मीद जगी है, पेश है एक रिपोर्ट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुण्डेरवा में 400 करोड़ की लागत से बनी नई चीनी मिल का उद्घाटन किया, नई चीनी मिल में प्रतिदिन 50 हजार कुंतल गन्ने की पेराई होगी, साथ ही 27 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा जिससे 30 करोड़ वार्षिक आय होगी, 50 हजार किसानों को नई चीनी मिल से लाभ मिलेगा, साथ ही 10 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा, इश के अलावा 116 करोड़ रूपए की लागत से विभिन्न परियोजाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया, सबसे पहले सीएम ने उन तीन किसीनों की मूर्तियों पर माल्यणपन किया जिन किसानों ने 20 साल पहले मिल को चालू करने के लिए अपने प्राणों की आहूती दी थी, इस के बाद सीएम ने मिल में गन्ना डाल कर मिल का शुभारम्भ किया, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मिल के उद्घाटन के बाद मारे गए तीन दिवंगत किसानों को श्रद्धांजलि दी। अप्रैल 2-19 में इस मिल का ट्रायल हुआ था अब उद्घाटन के बाद विधिवत इस मिल का संचालन शुरु हो जाएगा। बता दें कि पूर्वांचल के गन्ना बेल्ट के बस्ती जिले में स्थित यह चीनी मिल 1998 में बंद कर दी गई थी। मिल बंद होने के साथ ही इससे जुड़े हजारों किसानों और व्यापारियों की खुशी भी छिन गई थी। इसके विरोध में चले लंबे आंदोलन के दौरान 2002 में तीन किसानों की मौत हो गई थी। सपा और बसपा को कभी इस बात की चिंता नहीं हुई की इस मिल को शुरू कर सके, उन लोगो ने जनता को वोट बैंक समझा और जाती व धर्म के आधार पर राजनीति की, किसानों की उन्होंने कभी सुधि नहीं ली, कहा कि हमारी सरकार ४९ हजार पुलिस वालो की भर्ती करने जा थी है, अब तक की ये सबसे बड़ी पुलिस भर्ती है, ये पुलिस कर्मी भर्ती होकर आयेंगे और प्रदेश की कानून व्यवस्था को संभालने का काम करेंगे, सीएम ने कहा कि पहले की सरकारी में भर्ती निकलती थी तो सपा बसपा के परिवार वाले झोला लेकर जिलों में वसूली करना शुरू कर देते थे। हमने चुनाव के पहले एक नारा दिया था, मोदी है तो मुमकिन है, ये नारा नहीं हकिकत है, आज़ादी के बाद देश मोदी जी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है, सपा बसपा कांग्रेस सभी को केंद्र में शासन करने का मौका मिला लेकिन उन लोगो ने कोई मिल नहीं चलाई, पूर्वांचल अब विकास कि ओर बढ़ चला है, नौजवानों को उनके घर में नौकरी मिलेगी उन्हें बाहर कहीं नहीं जाना पड़ेगा, मै मुंडरवा के किसानों का अभिनंदन करता हूं, बस्ती तो मेरे लिए घर जैसा है और यहां के नेता, किसान सभी उनसे इस मिल को चलाने के लिए आया करते थे।
अयोध्या राम मंदिर फैसले से गदगद सी एम् योगी ने कहा कि मोदी सरकार का दूसरा कार्यकाल शुरू हुआ और अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण का रास्ता खुल गया, मैं सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद देता हूं की 500 सालो के विवाद को 45 मिनट में समाप्त कर दिया, ये भारत का लोकतंत्र है, लोग कह रहे थे फैसला के बाद ए हो जाएगा, वो हो जाएगा लेकिन एक तिनका भी नहीं हिला, सब ने कहा जय श्रीराम, सीएम के सम्बोधन के दौरान लोगों ने जम कर जय श्रीराम के नारे लगाए
हम लोग उस परपरा के है जिसका शिलान्यास भी करते है और हम उसका उद्घाटन भी करते है, कांग्रेस के शहजादे और शहजादी से पूछना चाहिए कि विकास क्या होता है, सीएम योगी ने सरकार का बखान करते हुए कहा कि 15 नए मेडिकल कॉलेज का हम प्रस्ताव भेज चुके है, वो लोग चीनी मिल बन्द कर रहे थे, पूर्वांचल की 12 सहित प्रदेश की 29 मिलो को बन्द किया और हमारी सरकार ने उन सबको चलाने का काम किया, 76 हज़ार करोड़ अब तक भुगतान किया जा चुका है, जो बकाया है वो पिछली सरकार के पाप का परिणाम है, विकास किसी जाती, धर्म की राजनीति के तुष्टिकरण का बाधा नहीं बनेगी
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