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दर्द दफन कर सीने में कभी नहीं कुछ कहता हूँ .


शिवेश शुक्ला 
प्रतापगढ़ | जनपद के बरिस्ता सूबेदार का पुरवा में आयोजित कवि सम्मेलन में कवियों ने एक से बढ़कर एक रचनायें प्रस्तुत कर लोंगो को मन्त्रमुग्ध कर दिया । कवि सम्मेलन की शुरुआत शिक्षक सुदीप पांडेय द्वारा दीपप्रज्ज्वलन केबाद आलोक ऋतुराज की वाणी वंदना से हुई उसके बाद   हरिवंशशौर्य ने बुजुर्गों के आज के हालात पर अपनी कविता दर्द दफन कर सीने में कभी नही कुछ कहता हूँ ,अश्रुधार बन अक्षर अक्षर आंखों से मैं बहता हूँ  , को लोगो ने खूब सराहा मुख्यअतिथि के रूप मे सपा नेता संजय पांडे ने कहा कि कवि समाज को एक नई दिशा बोध कराता है और रचनाओं के द्वारा सच बात कहने में संकोच भी नही करता है और आपस में भाईचारे के संदेश भी देता है ।इसके अलावा प्रयागराज से चांदनी चंदा ,प्रशांत भरूहिया ,शिवशंकर शरारती ,अरुणरत्नाकर ,अनूप त्रिपाठी ,अखिलेश पांडेय अंजनी कुमार शेष ने काव्यपाठ किया । आभार आयोजक मनीष पांडेयने प्रकट किया । इस मौके पर अद्दया प्रसाद पांडेय ,अनिल तिवारी साकिर अली ,अंकित , सचिन सहित दर्जनों काव्य प्रेमी मौजूद रहे।

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