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संविधान के सिद्धांतों को प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में करना चाहिए आत्मसात :न्यायमूर्ति


संविधान दिवस पर अधिवक्ता परिषद द्वारा आयोजित हुआ कार्यक्रम
शिवेश शुक्ला 
प्रतापगढ़। अधिवक्ता परिषद उत्तर प्रदेश प्रतापगढ़ इकाई के तत्वाधान में जिला बार एसोसिएशन के सभागार में संविधान दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में श्री के पी सिंह न्यायमूर्ति माननीय उच्च न्यायालय प्रयागराज सेवानिवृत्त सदस्य राज्य मानवाधिकार आयोग उत्तर प्रदेश व अति विशिष्ट अतिथि श्री नंद लाल जी जनपद  सत्र न्यायाधीश प्रतापगढ़ एवं अति विशिष्ट अतिथि विधि संकाय प्रोफेसर शिव बहादुर तिवारी तथा अपर जिला जज अजय तिवारी व मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कमल सिंह आमंत्रित रहे। कार्यक्रम वंदे मातरम गीत व डाॅ0 भीम राव अम्बेडकर एवं माँ सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष अतिथियों द्वारा दीप प्रजावलित कर शुरू हुआ। इस दौरान किरन बाला सिंह अपने सहयोगी अरूणा मिश्रा व प्रज्ञा के द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया तथा अतिथियों का स्वागत परिषद के पदाधिकारियों द्वारा माल्यापर्ण व बैच लगाकर कर किया गया।
इसके पश्चात अधिवक्ता परिषद के अध्यक्ष महेश गुप्ता ने अधिवक्ता परिषद के लक्ष्य एवं दृष्ट पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि परिषद के प्रत्येक सदस्य राष्ट्र के निर्माण में योगदान देने के लिए कृत संकल्पित है, न्याय प्रणाली में सुधार व्यक्तिगत कार्यों में श्रेष्ठता स्वभाव में सरलता एवं राष्ट्र के उत्कर्ष के लिए बड़े पैमाने पर अधिवक्ता परिषद के प्रत्येक सदस्य समर्पित रहते हैं यही लक्ष्य है । मुख्य अतिथि श्री के पी सिंह न्यायमूर्ति  महोदय ने कहा कि संविधान के सिद्धांतों को प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद एक कानून की आवश्यकता थी जिससे कि देश चलाया जा सके, 308 सदस्यों ने बड़ी बारीकी के साथ संविधान को लिखा जो तीन प्रतियों में बनी। इस दौरान उन्होंने संविधान पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि यह कार्यक्रम 26 नवंबर 2015 से व्यापक पैमाने पर पूरे देश में शुरू हुआ है उन्होंने सभी से सच्चाई के रास्ते पर चलने का आवाहन किया। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रुप में जनपद सत्र न्यायाधीश नंद लाल जी ने कहा कि कार्यक्रम बहुत ही अद्भुत पूर्ण तरीके से किया गया है और कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह भावना से ऊपर उठकर राष्ट्र की भावना के अनुरूप कार्य करें तथा संवैधानिक मूल्यों की रक्षा प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व बनता है, जो भी कार्य हो वह सेवा भाव के रूप से किया जाना चाहिए। अति विशिष्ट अतिथि डॉ शिव बहादुर तिवारी ने संविधान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बार और बेंच के संबंध को स्थापित कर एक दूसरे का सम्मान करें जिससे देश व राष्ट्रª विकसित हो सके। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री शंभू सिंह ने करते हुये कहा कि अधिवक्ताओं को समाज के अंतिम पायदान पर खड़े प्रत्येक व्यक्ति को निशुल्क विधिक सहायता करने के लिए संकल्पित होना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता परिषद के महामंत्री मनोज सिंह ने किया। इस मौके पर श्रीमती किरण बाला सिंह, राजा राम सरोज, विजय शुक्ला, राममिलन शुक्ला, आलोक सिंह, जेपी मिश्रा, अतुल सिंह, दीनानाथ मिश्रा, पारिजात मिश्रा, विनीत शुक्ला, शिवेश शुक्ला, मीडिया प्रभारी, देवेन्द्र ओझा, बृजेश मिश्रा, अनिल दुबे, आशीष मौयर्, प्रसाद गुप्ता, मृदुल गुप्ता, विष्णु दत्त, शिव शंकर मिश्रा आदि अधिवक्ता गण मौजूद रहे 

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