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नहर का पानी बंद न होने से सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न




अखिलेश्वर तिवारी
खेतों में पानी भरा होने के कारण, धान की नहीं हो पा रही कटाई
पानी बंद ना हुआ तो किसान नहीं कर पाएंगे गेहूं की बुवाई
बलरामपुर।। जनपद बलरामपुर के विकासखंड पचपेड़वा क्षेत्र में सिंचाई के लिए चित्तौड़गढ़ बांध से निकाली गई नहर विभागीय उदासीनता के कारण जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो चुकी है । नहरों की रिपेयरिंग समय से नहीं कराई जा रही है जिसके चलते हमेशा पानी किसानों के खेतों में जाता रहता है। बिशुनपुर टनटनवा गांव के तमाम किसानों के एक सौ से अधिक एकड़ धान की फसल इसी नहर के पानी के कारण काटी नहीं जा सकी है। धान पक कर खड़ा है और नहर का पानी बराबर खेतों में जा रहा है। शिकायत के बावजूद भी जिम्मेदार अधिकारी पानी बंद नहीं करा रहे हैं । पूरे मामले पर जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश चित्तौड़गढ़ बांध के अधिशासी अभियंता को तत्काल पानी बंद कराने का निर्देश दिया है ।  क्षेत्र के किसान सनातन धर्म पांडे, रामप्रसाद, अनिरुद्ध, रामलाल, संतोषी, बरसाती, रघुवर दयाल, व नंदलाल सहित तमाम किसानों ने पिछले 2 महीनों से नहर का पानी बंद कराने की मांग कर रहे हैं । अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी तथा अधिशासी अभियंता से लेकर तमाम अधिकारियों को शिकायत पत्र भेज दे चुके हैं। सनातन पांडे का कहना है उन्होंने मई माह में टूटे हुए नहर की मरम्मत कराने के लिए चित्तौड़गढ़ बांध के अधिशासी अभियंता को पत्र लिखकर अनुरोध किया था, इसके बावजूद भी नहर की रिपेयरिंग नहीं कराया गया,  जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। सैकड़ों एकड़ धान की फसल बर्बाद हो रही है और आने वाला गेहूं की फसल भी बोने में अब समस्या हो उत्पन्न हो गई है। उन्होंने तुरंत नहर का पानी बंद कराते हुए कार्यवाही की मांग की है । 

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