अखिलेश्वर तिवारी
जैव विविधता एवं विकास तथा चुनौतियां विषय पर आयोजित हो रहा है सेमिनार
बलरामपुर।। विश्व के लिए चुनौती बन चुका जैव विविधता से उत्पन्न होने वाले खतरे से निपटने के लिए उन तमाम बिंदुओं पर चर्चा करने के लिए आज महारानी लाल कुंवरि स्नातकोत्तर महाविद्यालय सभागार में दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता ने जैव विविधता को हो रहे लगातार नुकसान के लिए समाज को जिम्मेदार ठहराया ।
उन्होंने कहा कि सामाजिक लोग अर्थात हम सभी अपने दायित्व को निभा कर ही जैव विविधता के खतरे से बच सकते हैं । प्राकृतिक असंतुलन जैव विविधता का ही परिणाम है । आने वाली 21वीं सदी में हमारे सामने एक बहुत बड़ी चुनौती होगी, कि जैव विविधता के लिए उत्पन्न खतरों से कैसे बचा जाए। इसमें सबसे अहम कड़ी पापुलेशन तथा पॉल्यूशन है। इन दोनों पर नियंत्रण कर के हम काफी हद तक जैव विविधता के खतरों से बच सकते हैं ।
एमएलके महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉक्टर देवेंद्र चौहान ने बताया कि दो दिवसीय संगोष्ठी का शुभारंभ सभा अध्यक्ष काशी हिंदी हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी के प्रोफेसर एनके दुबे , छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता, एमएलके पीजी कॉलेज प्रबंध समिति के सचिव कर्नल आरके मोहंता एवं प्राचार्य डॉक्टर एनके सिंह ने दीप प्रज्वलित करने के उपरांत मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया । सेमिनार में आए हुए सभी अतिथियों का प्राचार्य डॉ सिंह, रसायन विज्ञान के डॉक्टर आरके सिंह, डॉ आर के पांडे, मुख्य नियंता डॉ पी के सिंह, डॉक्टर अरविंद द्विवेदी, सेमिनार के समन्वयक डॉ राजीव रंजन, आयोजन सचिव डॉक्टर सद्गुरु प्रकाश ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉक्टर एनके दुबे ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि भारत विश्व में ज्ञान के केंद्र के साथ-साथ जैव विविधता का सोर्स रहा है । इसका संरक्षण करना हम सभी की जिम्मेदारी है। मुख्य अतिथि कुलपति प्रोफ़ेसर गुप्ता ने कहा कि आज समाज को जियो और जीने दो के आदर्शों पर चलने की आवश्यकता है । जैव विविधता का संरक्षण हमारा परम कर्तव्य है और इस चुनौती को हम सब को स्वीकार करना होगा । विकास और आधुनिकीकरण ने घने जंगलों और वन्य जीव को भारी नुकसान पहुंचाया है । उन्होंने महाविद्यालय के कुलगीत की प्रशंसा करते हुए महाविद्यालय को मैके ग्रेडिंग के लिए शुभकामनाएं भी दी । सत्र में यूपीसीएसटी के संयुक्त निदेशक डॉ डीके श्रीवास्तव व ए वीआरएफ के सचिव एके वर्मा ने अपने विचार व्यक्त किए । महाविद्यालय प्राचार्य डॉ एनके सिंह ने स्वागत उद्बोधन करते हुए सेमिनार के पूर्णता को प्राप्त करने की आशा जताते हुए सभी के प्रयासों की सराहना की । प्रबंध समिति के सचिव कर्नल आरके मोहंता ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया । कार्यक्रम का सफल संचालन सेमिनार संयोजक डॉ आर के पांडे द्वारा किया गया ।इसके पूर्व सेमिनार पत्रिका का भी विमोचन हुआ तथा अतिथियों को स्मृति चिन्ह व अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया । इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं सहित उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पोर्ट ब्लेयर, हरियाणा, पंजाब, केरल, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु सहित कई प्रदेशों के प्रोफेसर डेलीगेट तथा शोधार्थी छात्र-छात्राएं मौजूद रहे ।
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