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गन्ना विकास परिषद में किसानों के सट्टा में किया गया बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा


अखिलेश्वर तिवारी/वेद मिश्र
बलरामपुर।। जनपद बलरामपुर के गन्ना विकास परिषद में किसानों के गन्ना सट्टे के साथ बड़े पैमाने पर हेरा फेरी किए जाने का मामला प्रकाश में आया है । गन्ना विभाग के कुछ कर्मचारियों द्वारा जिला गन्ना अधिकारी, वरिष्ठ गन्ना निरीक्षक तथा उप गन्ना आयुक्त के पासवर्ड आईडी का दुरुपयोग करते हुए बड़ी संख्या में किसानों के बेसिक कोटा को बढ़ा चढ़ाकर फीड किया है तथा फर्जी खतौनी फीड किया गया है । पूरे मामले की जांच किए जाने की बात समिति के अधिकारी कर रहे हैं, वही गन्ना विभाग के किसानों के प्रतिनिधियों द्वारा उच्च अधिकारियों से जांच कराने की मांग की जा रही है । वरिष्ठ सचिव अभिषेक सिंह की तहरीर पर कोतवाली नगर पुलिस ने फर्जीवाड़ा सहित साइबर क्राइम का मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना शुरू कर दी है । 

                        जानकारी के अनुसार गन्ना विकास परिषद बलरामपुर एवं गन्ना विकास समिति बलरामपुर तथा तुलसीपुर में गन्ना किसानों के बेसिक कोटा फीडिंग में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया गया है । इस फर्जीवाड़े में जिला गन्ना अधिकारी, गन्ना उपायुक्त तथा वरिष्ठ गन्ना निरीक्षक के पासवर्ड आईडी का उपयोग किया गया है । इन तीनों अधिकारियों को गन्ना किसानों के खातों को संचालित करने के लिए गोपनीय पासवर्ड आईडी प्रदान किया गया था । जिसका दुरुपयोग उन्हीं के अधीनस्थ कर्मचारियों द्वारा किया गया है। जिला गन्ना अधिकारी आर एस कुशवाहा ने पूरे मामले को साइबर क्राइम की संज्ञा देते हुए कहा कि मामले की जांच कराई जा रही है, और जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी । वरिष्ठ गन्ना निरीक्षक सुनील कुमार सिंह का कहना है कि उन्होंने अपने पासवर्ड आईडी को अपने अधीनस्थ दो कर्मचारियों को दिया था । अब यह पता लगाना है कि किस कर्मचारी द्वारा पासवर्ड आईडी का दुरुपयोग किया गया है । डिप्टी सी सी अमर सिंह ने  स्वीकार किया कि फर्जीवाड़े में उनकी पासवर्ड आईडी का भी दुरुपयोग किया गया है । उन्होंने अपने दो अधीनस्थ कर्मचारियों को पासवर्ड आईडी किसानों के सट्टे के संचालन हेतु दिया था । उन्हीं में से किसी ने दुरुपयोग किया होगा। जांच में सामने आएगा कि किसके कंप्यूटर से फर्जीवाड़ा किया गया है । गन्ना विकास समिति के अध्यक्ष रणवीर सिंह रन्नू का कहनागाना है कि मामला काफी गंभीर है और मोटी रकम लेकर बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया गया है । सैकड़ों किसानों के खाते में हेराफेरी की गई है।यहां तक कि हिंदू नाम वाले खातों में वल्दियत मुस्लिम नामों में दिखाया गया है । 2 बीघा खतौनी वाले लोगों का खतौनी 50 बीघा तक फीड किया गया है। इसी प्रकार 100 कुंटल बेसिक कोटा वाले लोगों का 1000 कुंतल से अधिक कर दिया गया है । उन्होंने कहा कि फर्जीवाड़े का प्रभाव सामान्य किसानों पर पड़ रहा है, जिसके कारण उन्हें पर्चियां नहीं मिल रही है । उन्होंने मांग किया कि जांच उच्च अधिकारियों से कराई जाए । उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिला गन्ना अधिकारी अस्तर से जांच कराई जा रही है जो निष्पक्ष नहीं हो सकती, क्योंकि जिला गन्ना अधिकारी तथा सीनियर सीडीआई के पासवर्ड से फर्जीवाड़ा किया गया है । इसलिए यह लोग मामले की लीपापोती कर सकते हैं । गन्ना विकास परिषद के अध्यक्ष राहुल मणि तिवारी ने भी पूरे मामले की जांच उच्च स्तरीय समिति से कराए जाने की मांग की है । गन्ना समिति के उपाध्यक्ष चंद्रभान पांडे ने आरोप लगाया कि इस फर्जी बाड़े में उच्च अधिकारी भी शामिल हैं, इसलिए उच्च स्तरीय समिति से जांच कराई जाए । गन्ना समिति के वरिष्ठ सचिव अभिषेक सिंह ने बताया कि मामला उनके समित के कर्मचारियों कोसे संबंधित नहीं है, इसके बावजूद भी पूरे मामले में जांच के दौरान उनका सहयोग हर स्तर पर बना  रहेगा । उन्होंने बताया कि साइबर क्राइम का मामला बन रहा है और उन्होंने तहरीर देकर कोतवाली नगर में मुकदमा पंजीकृत कराने के लिए अनुरोध किया है । अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार मिश्र ने बताया कि गन्ना विकास समिति के सचिव अभिषेक सिंह के तहरीर पर अज्ञात के विरुद्ध फर्जीवाड़ा तथा साइबर क्राइम का मुकदमा पंजीकृत किया गया है । पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही भी की जाएगी । 

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