अमरजीत सिंह
अयोध्या। राम जन्म भूम बाबरी मस्जिद विवाद प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट की ओर से फैसला सुनाए जाने के बाद पहली जुमा की नमाज़ जनपद में शांति पूर्वक सकुशल संपन्न हो गई। नमाज को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन की ओर से मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों के धर्म स्थलों तथा आसपास विशेष सतर्कता बरती गई।
सुप्रीम कोर्ट की ओर से अयोध्या प्रकरण में फैसला सुनाए जाने के बाद शुक्रवार को जुमा की पहली नमाज अदा की जानी थी। फैसले का दिन और कार्तिक पूर्णिमा मेला सकुशल संपन्न होने के बावजूद जिला प्रशासन की ओर से कानून व्यवस्था तथा शांति बनाए रखें के मद्देनजर लगाई गई मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी को यथावत रखा गया है। जुमे की नमाज के दौरान किसी तरह की कोई असामाजिक तथा गैर कानूनी गतिविधि न होने पावे इसके लिए जिला मजिस्ट्रेट की ओर से पहले ही सबको निर्देश जारी किए गए थे। लगभग सभी धर्म स्थलों के आसपास पहले से पुलिस पिकेट तैनात है। जुमे की नमाज को लेकर जिला प्रशासन की ओर से मिश्रित आबादी के क्षेत्रों में स्थित धर्म स्थलों पर सतर्कता बढ़ा दी गई थी और जगह-जगह रैपिड एक्शन फोर्स के साथ पुलिस अधिकारियों की तैनाती की गई थी। जिला अधिकारी अनुज कुमार झा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी समेत अन्य आला अधिकारी भ्रमणशील रहकर हालात पर नजर बनाए हुए थे। शुक्रवार को जनपद के जुड़वा शहरों अयोध्या फैजाबाद के चौक,टाटशाह, दुराही कुआं, टेढ़ी बाजार, हसनरजा, बड़ी बुआ समेत शहर से देहात तक विभिन्न मस्जिदों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नमाज अदा की। इस दौरान देश में अमन और तरक्की की दुआ मांगी गई और शहर की गंगा जमुनी तहजीब को बनाए रखने की परंपरा का पोषण किया गया। शहर के टाट शाह और चौक मस्जिद पर सिटी मजिस्ट्रेट तथा क्षेत्राधिकारी नगर भारी पुलिस बल के साथ मौजूद रहे। जिला पुलिस की ओर से बताया गया कि पूरे जनपद में शांतिपूर्वक सुहाग के साथ जुमे की नमाज संपन्न हो गई है। कहीं से किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है।
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