Type Here to Get Search Results !

Bottom Ad

साकेतवासी रघुवरदास महराज को सन्तों ने किया याद, वृहद भंडारा आयोजित


वासुदेव यादव
अयोध्या। राम नगरी के विद्याकुंड स्थित प्राचीनतम पीठ चतुर्भुजी मन्दिर के साकेतवासी महन्त याज्ञिक सम्राट रघुवर दास महाराज काे छठवीं पुण्यतिथि पर श्रद्धापूर्वक याद किया गया। शुक्रवार काे मन्दिर परिसर में श्रद्धांजलि सभा का आयाेजन हुआ, जिसमें अयाेध्यानगरी के सन्त-धर्माचार्याें ने पूर्वाचार्य महन्त के चित्रपट पर पुष्पांजलि करते हुए नमन किया। साथ ही उनके कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश भी डाला। इस अवसर पर मन्दिर के वर्तमान महन्त महामण्डलेश्वर सत्यनारायण दास उर्फ पहाड़ी बाबा ने कहाकि पूर्वाचार्य महन्त अपने जीवनकाल में भगवद भजनानंदी तथा संत मूर्ति थे। उन्हाेंने अपने भजन  के फलस्वरूप उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, असम आदि राज्याें में यज्ञ करके सनातन धर्म ध्वजा की स्थापना किया। इससे भक्त समुदाय आकर्षित हाेकर इनका शिष्य बन गया। विशाल यज्ञ करने हेतु पूर्वाचार्य महन्त ने सम्पूर्ण भारत का भ्रमण किया। साथ ही साै यज्ञाें काे निर्विघ्न पूर्वक  पूर्ण कराने के कारण यह याज्ञिक सम्राट की उपाधि से अलंकृत हुए। अपने भजन के बल पर इन्हाेंने समाज और सनातन जनमानस पर अमिट छाप छोड़ी। पुण्यतिथि पर मन्दिर प्रांगण में एक विशाल भण्डारे का आयाेजन किया गया, जिसमेंबड़ी संख्या में सन्ताें और भक्ताें ने प्रसाद पाया। अन्त में पहाड़ी बाबा ने आए हुए सन्त-महन्ताें व विशिष्टजनाें का स्वागत-सम्मान किया। इस माैके पर मुख्य रूप से रामहर्षण कुंज के महन्त अयाेध्या दास, विद्याकुंड महन्त उमेश दास, शत्राेध्न निवास महन्त पवनकुमार शास्त्री, महन्त रामकुमार दास हनुमानगढ़ी, महन्त संतगाेपाल दास, महन्त अजय दास, महन्त रामकिशोर दास, महन्त रामलाेचन शरण, पुजारी श्रीमाेहन दास, अधिकारी रामदास, खड़ेश्वरी संजय दास, देवा दास, शैलेष दास आदि उपस्थित रहे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad



 




Below Post Ad

5/vgrid/खबरे