■ बच्चों को पहनाएं फुल आस्तीन के कपड़े, लगाएं मच्छरदानी
संतकबीरनगर। जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने कहा कि किसी को किसी भी तरह का बुखार हो वह बिना चिकित्सकीय सलाह के कोई भी दवा न खाए। कोई भी दवा खाएं तो योग्य और अनुभवी चिकित्सक की देखरेख में ही खाएं। अगर कोई विशेष परिस्थिति हो तो केवल पैरासीटामाल का ही प्रयोग करें। अन्यथा संक्रामक रोगों की चपेट में आने से कोई रोक नहीं पाएगा। हर प्राथमिक, सामुदायिक तथा जिला अस्पताल में डेंगू, इंसेफेलाइटिस तथा हर संक्रामक ज्वर से इलाज की सुविधा के साथ ही अनुभवी चिकित्सक मौजूद हैं। इसलिए इलाज में कतई कोई लापरवाही न करें।
जिला मलेरिया अधिकारी ने यह सभी बातें डेंगू बुखार व अन्य संक्रामक रोगों से जागरुकता के लिए 16 नवम्बर से लेकर 30 नवम्बर तक चलाए जा रहे विशेष संचारी रोग नियन्त्रण अभियान को लेकर मगहर परिक्षेत्र में आम जनमानस को जागरुक करने के दौरान कही। उन्होने बताया कि डेंगू ज्वर को लेकर काफी सतर्कता बरती जा रही है। इसे लेकर जिला अस्पताल व अन्य प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में डेंगू वार्ड बनवाया गया है। साथ ही साथ जिला व ब्लाक स्तरीय टीमों के द्वारा लोगों को जागरुक किया जा रहा है। जनता को यह बताया जा रहा है कि वे डेंगू को लेकर भय की स्थिति में न रहें। क्षेत्र में जलभराव की स्थिति न होने दें। न ही घरों में कूलर, फूलदान, फ्रीज की ट्रे तथ अन्य जगहों पर सफाई रखें तथा इनकी दैनिक व साप्ताहिक सफाई भी करते रहें। ताकि वहां पर मच्छर न पनपने पाएं। मच्छरदानी लगाएं तथा शरीर के खुले अंगों पर सरसो का तेल लगाएं। इस दौरान जिला मुख्यालय पर टायर की दुकानों तथा अन्य स्थानों पर चेकिंग भी की गई कि कहीं कोई ऐसी जगह तो नहीं है जहां पानी जमा है और मच्छर का लार्वा पनप रहा है।
अस्पतालों में बनवाया गया है डेंगू वार्ड
डेंगू को गंभीरता से लेते हुए जिला चिकित्सालय के साथ ही सीएचसी व पीएचसी में डेंगू वार्ड बनाया गया है। इस वार्ड में डेंगू की दवाओं के साथ ही साथ मच्छरदानी युक्त बेड भी बनवाया गया है। डेंगू वार्ड में प्रशिक्षित स्टाफ मौजूद है। उसे उसके जांच के साथ ही इलाज की भी जानकारी प्रदान की गई है।
बुखार होने पर तुरंत पहुचे अस्पताल
जिला मलेरिया अधिकारी ने कहा कि अगर बुखार की स्थिति हो तो तुरन्त ही नजदीकी प्राथमिक या सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर पहुंचें तथा इलाज कराएं। अगर कोई साधन नहीं मिलता है तो एम्बुलेन्स के लिए 102 या 108 नम्बर डायल करके एम्बुलेन्स के जरिए ही जिला अस्पताल पहुंचें।
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