■ शासन के निर्देश पर 16 से 30 नवम्बर तक चलेगा विशेष संचारी रोग नियन्त्रण अभियान
■ अन्तर्विभागीय बैठक में विभागों को सौंपे गए विविध दायित्व, नियमित की जाएगी समीक्षा
आलोक बर्नवाल
संतकबीरनगर। शासन के निर्देश पर 16 से 30 नवम्बर तक डेंगू व अन्य वेक्टर जनित रोगों के रोकथाम, बचाव एवं नियन्त्रण के लिए आयोजित विशेष संचारी रोग नियन्त्रण अभियान कार्यक्रम को लेकर जिलाधिकारी रवीश कुमार ने अन्तर्विभागीय बैठक कर कार्यक्रम मे शामिल विभागों को विविध निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी रवीश गुप्त ने कहा कि डेंगू व अन्य संचारी रोगों को लेकर जन जन को जागरुक करने का काम करें। ताकि संचारी रोगों से लोगों को बचाया जा सके।
अभियान को लेकर कार्यक्रम के पूर्व की गतिवधियों एवं पखवाड़े के दौरान की जाने वाली कार्यवाहियों की तैयारी के लिए कलेक्ट्रेट में अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गयी । बैठक में डीएम ने विभागवार कार्य एवं दायित्व को निर्धारित करते हुए विभागवार पत्र प्रेषित किया जाये तथा सभी विभाग अपने से सम्बन्धित कार्यवाही के विषय में प्रेस के माध्यम से जनमानस को जागरूक करेंगें तथा भौतिक स्तर पर किये गये कार्यो की समीक्षा नियमित रूप से प्रत्येक शनिवार को की जायेगी ।
डेंगू एवं संचारी रोगों के रोकथाम हेतु नामित विभिन्न विभागों को शासन स्तर से प्राप्त दिशा निर्देशों से श्री सुनील चैधरी, सहायक मलेरिया अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया एवं समस्त विभागों को 16 नवम्बर से लेकर 30 नवम्बर 2019 तक चलने वाले विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अन्र्तगत जनपद के समस्त ग्रामांे में कार्ययोजना बनाकर कार्यवाही की जानी है, जिसके अन्र्तगत ‘चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग’ नोडल विभाग के रूप में काम करेगा। जनजागरूकता अभियान के साथ-साथ समस्त ग्रामों में बर्षा ऋतु के बाद उगी झाड़ियों की कटाई एवं साफ-सफाई तथा एन्टीलार्वल छिड़काव एवं फागिंग कार्य के साथ-साथ जनमानस को जागरूक किया जायेगा । जिसमें समस्त विभागों को अपने-अपने विभाग से सम्बन्धित कार्यवाही हेतु उत्तरदायित्व सौंपा गया है । समस्त विभाग अभियान की गुणवत्तापूर्ण सफलता हेतु प्रशिक्षण कार्य समय से अवश्य पूर्ण करावें । इस दौरान इपीडेमियोलाजिस्ट डॉ मुबारक अली ने बताया कि यह मच्छर साफ पानी में पनपते है, इसलिए घरों में फ्रीज के पीछे पात्र, कूलर, गमलों, फूलदान, छत पर टूटे फूटे बर्तनों व टायर आदि में साफ पानी कदापि एकत्रित न होने दे, उन्हे हटा कर धूप में सुखा दें ताकि डेंगू रोग फैलाने वाले मच्छरों के प्रजनन को रोका जा सकें ।
इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि विशेष संचारी रोग नियन्त्रण अभियाने के समन्वय हेतु ब्लाक स्तर पर खण्ड विकास अधिकारी को नोडल नामित किया गया है, जो जनपद के ग्राम प्रधानों, ग्राम पंचायत अधिकारी, सफाईकर्मी आदि का प्रशिक्षण तथा ग्राम प्रधानों एवं स्कूलों के सहयोग से रैली निकलवाकर लोगों को डेंगू एवं मच्छर जनित संक्रामक रोगों के प्रति जागरूक करेंगे ।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, जिला सर्विलांस अधिकारी आईडीएसपी, जिला मलेरिया अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी (आईसीडीएस), शिक्षा विभाग, कृषि विभाग, वन विभाग, सूचना विभाग तथा समस्त अधीक्षक/प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, सामु/प्रा स्वा केन्द्र संत कबीर नगर एवं अन्य सम्बन्धित अधिकरियों द्वारा प्रतिभाग किया।
डेंगू से रोकथाम के उपाय
जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि रोग फैलाने वाले मच्छर चूंकि दिन में काटते है और दिन मे लोगों का आवागमन ज्यादा रहता है, अतः स्कूलों में, कार्यालय एवं सार्वजनिक स्थलों पर पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहन कर आवागमन करें ताकि डेंगू रोग के प्रसार से बचा जा सकें । डेंगू बुखार होने पर केवल टैबलेट पैरासीटामाल का प्रयोग करें, टैबलेट ऐस्प्रिन ग्रुप अथवा कोई अन्य एन्टीबायोटिक एवं दर्द निवारक औषधि का प्रयोग न करें।
ये हैं डेंगू के लक्षण
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ ए के सिन्हा ने बताया कि डेंगू के दौरान तेज बुखार, शरीर के जोड़ों में दर्द, आखों के पीछे दर्द, जो आंखो के घुमाने से बढ़ता है, ज्यादा घातक होने पर शरीर पर चकत्ते, मसूढ़ों एवं नाक से खून का स्राव आदि होता है।
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