■ अभियान के दौरान बघौली प्रक्षेत्र में नहीं मिला एक भी मरीज
■ सेमरियांवा व पौली क्षेत्र मं 8 – 8 तो हैसर में 7 पाजिटिव मिले
आलोक बर्नवाल
संतकबीरनगर। जनपद में पुनरीक्षित क्षय रोग नियन्त्रण अभियान के तहत चलाए गए छठवें टीबी रोगी खोजी अभियान मिले कुल 49 नए मरीजों में सबसे अधिक 13 मरीज खलीलाबाद क्षेत्र में मिले हैं। वहीं बघौली क्षेत्र में कोई भी मरीज नहीं मिला। सेमरियांवा और पौली में 8 – 8 मरीज तो हैसर में 7 मरीज पाजिटिव मिले हैं।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ एस डी ओझा ने बताया कि छठवें पुनरीक्षित क्षय रोगी खोजी अभियान के दौरान जिले की कुल 2 लाख की जनसंख्या को कवर किया गया था। 8 टीमों द्वारा कुल 450 नमूनों नमूने एकत्र किए गए थे। बी सेम्पल और क्लिनिकल जांच के बाद पूरे जनपद में 49 टीबी मरीज मिले हैं। 8 भागों में विभक्त टीबी क्षेत्रों में खलीलाबाद में 13, सेमरियांवा व नाथनगर में 8 – 8 , हैसर में 7, मेंहदावल में 6, नाथनगर में 4, सांथा में 3 मरीज मिले। जबकि बघौली ब्लाक क्षेत्र में कोई भी मरीज पाजिटिव नहीं पाया गया। जिले में अब तक कुल 6 अभियान चलाए जा चुके हैं और कुल 12 लाख जनसंख्या को कवर किया जा चुका है। अब तक चलाए गए अभियानों में कुल 194 मरीज सामने आए हैं, जिनका इलाज चल रहा है। कुछ मरीज अब तक स्वस्थ भी हो चुके हैं। हर मरीज को 500 रुपए प्रतिमाह पोषण भत्ता भी दिया जा रहा है।
टीबी के जिला कार्यक्रम समन्वयक अमित आनन्द बताते हैं कि सरकार का लक्ष्य आगामी 2025 तक टीबी को जड़ से समाप्त करने का है। इसके लिए लगातार लोगों को जागरुक करने के साथ ही क्षय रोगी खोजी अभियान के 6 चरण जिले में चलाए जा चुके हैं। जिले में विभिन्न स्वयंसेवियों को टीबी रोगियों की देखभाल के लिए नियुक्त भी किया गया है।
ये लक्षण दिखें तो जरुर करा लें जांच
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ एसडी ओझा ने कहा कि अगर आपके अन्दर छ: प्रकार के लक्षण दिखाई दें तो कतई नजरंदाज न करें। इनमें दो सप्ताह या उससे अधिक समय से खांसी आना। खांसी के साथ बलगम व बलगम के साथ खून आना। वजन का घटना। बुखार व सीने में दर्द, शाम के समय हल्का बुखार होना। रात में बेवजह पसीना आना। भूख कम लगने जैसी समस्या है तो अवश्य ही अपनी जांच करा लें। जांच के उपरान्त समय पर इलाज हो जाने से टीबी ठीक हो सकता है।
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