वासुदेव यादव
अयाेध्या। देवाेत्थानी एकादशी तिथि लगने के साथ ही गुरूवार काे अयाेध्या की पाैराणिक पंचकाेसी परिक्रमा सुबह १० बजकर १० मिनट पर प्रारम्भ हो गई। जाे अगले दिन शुक्रवार काे दाेपहार १२.२० पर समाप्त हाेगी। यह रामनगरी की परम्परागत परिक्रमा है। प्रतिवर्ष कार्तिक मास में देवाेत्थानी एकादशी के दिन हाेती है। १५ किलाेमीटर की परिधि में हाेने वाली इस परिक्रमा में श्रद्धालुओं का भारी हुजूम परिक्रमा पथ पर उमड़ पड़ा। हर ओर रामनाम की करतल सुनाई पड़ रही थी। श्रद्धालुगण रामनाम का कीर्तन करते हुए नंगे पांव परिक्रमा पथ पर चलकर अपनी-अपनी परिक्रमा पूरी कर रहे हैं। परिक्रमार्थियाें की आस्था काे पथ पर पड़े कंकड़-गिट्टी भी नही डिगा सके। इससे एक बार साबित हो गया कि अव्यवस्था पर आस्था भारी पड़ गया। रामनगरी में इस समय परिक्रमार्थियाें का भारी जनसैलाब है। लेकिन परिक्रमा पथ से लेकर सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में भारी अव्यवस्थाएं हैं। जगह-जगह गंदगी, पानी, शाैचालय, सकरे रास्ते, छुट्टा जानवर, पथरीले और कंकरीटाें से भरे रास्ते आदि समस्याएं हैं, जिससे श्रद्धालुओं काे भारी दिक्कताें का सामना करना पड़ा रहा है। फिर रामभक्ताें के हाैसले पूरी तरह से बुलन्द हैं। २० लाख से ज्यादा परिक्रमार्थी प्रतिवर्ष पंचकाेसी परिक्रमा करते हैं। जिसे देखते हुए प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के कड़े बंदाेबस्त हैं। मेला क्षेत्र में एटीएस कमाण्डाें की टुकड़ियाें काे भी लगाया गया है। जाे परिक्रमा क्षेत्र की निकरानी कर रहे हैं। साथ ही सीआरपीएफ, आरएएफ व पीएससी के जवान परिक्रमा पथ पर पूरी मुश्तैदी के साथ डटे हुए हैं। जाे हर प्रकार की गतिविधियों से निपटने के लिए पूरी तरह से तत्पर हैं। सरयू स्नान घाटाें पर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। नदी में जल पुलिस व माेटर बाेट की तैनाती की गई है। नगरी के भीड़-भाड़ वाले इलाके व प्रमुख मन्दिराें पर भी सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था है। जिले के आलाधिकारी परिक्रमा क्षेत्र में घूम-घूम कर सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा और अपने मातहताें काे निर्देशित भी कर रहे हैं। साथ ही ड्राेन कैमराें के द्वारा पूरे परिक्रमा व मेला क्षेत्र की निगरानी की जा रही है।
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