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श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण न्यास का हुवा विस्तार, कई अन्य पदाधिकारी हुए नियुक्त


 वासुदेव यादव
अयाेध्या। श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण न्यास के राष्ट्रीय अध्यक्ष रसिक पीठाधीश्वर महन्त जन्मेजय शरण महाराज ने अपने आश्रम जानकीघाट, बड़ा स्थान पर रविवार को प्रेसवार्ता में कहा कि हमारा लक्ष्य केवल और केवल श्रीराम मन्दिर बनाना है। सुप्रीम काेर्ट के निर्णय आने के बाद हम सब संत-धर्माचार्याें के मार्गदर्शक और शासन-प्रशासन की देखरेख में भव्य राम मन्दिर का निर्माण हाेगा। इसके लिए आरएसएस, विहिप, भाजपा, सुन्नी वक्फ बाेर्ड और सारे पक्षकार हमारे साथ हैं। हमें पूर्ण विश्वास है कि सुप्रीमकाेर्ट राम मन्दिर के ही पक्ष में फैसला देगा। उन्हाेंने कहाकि रामजन्मभूमि कराेड़ाें हिन्दुओं की भावना से जुड़ा हुआ विषय है। जहां भावना जुड़ती है वहां कार्य जरूर हाेता है। विश्वास रखें फैसला हिन्दुओं के ही पक्ष में आएगा। जल्द से जल्द मंदिर का निर्माण हाेने वाला है। श्री रामजन्मभूमि मन्दिर निर्माण न्यास की सानिध्यता में रामलला के भव्य मन्दिर का निर्माण हाेगा। यह संगठन न ताे राजनीतिक है न ही साम्प्रदायिक। यह सिर्फ और सिर्फ अराजनैतिक धार्मिक व हिन्दू का संगठन है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहाकि हिन्दूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या में आइएसआइ का हाथ है। इसकाे नकारा नही जा सकता है। यह बड़े ही खेद की बात है कि उनकी निर्मम हत्या कर दी जाती है। हिन्दुओं काे जागृत करने में कमलेश की अहम भूमिका रही है। उनके हत्याराें काे कड़ी से कड़ी सजा मिले। ऐसी मांग हम प्रदेश की याेगी सरकार से करते हैं। यह हत्या काण्ड बहुत ही निन्दनीय है। इसकी जितनी भी निन्दा की जाए वह कम है।
  श्री जनमेजयशरण ने बताया कि आज आश्रम पर संगठन के काेर कमेटी की बैठक आयाेजित की गई, जिसमें राष्ट्रीय संगठन मंत्री के पद पर नित्यानंद तिवारी काे मनाेतीत किया गया। जबकी अल्का मनोज मालवीय, नागेंद्र नाथ मिश्र व आलोक को सदस्य बनाया गया है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सन्तोष कुमार मिश्र ने कहा कि नवनियुक्त सभी पदाधिकारियाें आैर सदस्यों से आशा है कि वह देश में संगठन काे मजबूत करने का प्रयास करेंगे। हम सब एक है व राम मंदिर निर्माण हेतु ततपर है। 
 इस माैके पर तपस्वी आचार्य पीठाधीश्वर महन्त परमहंसदास, नागा रामलखन दास, श्रीरामजन्मभूमि मन्दिर निर्माण न्यास के उपाध्यक्ष सन्ताेष मिश्रा, मछली बंदर मठ वाराणसी के दण्डी स्वामी विमलदेव महाराज, महन्त पंकज शरण, कथा प्रवक्ता रामदास दयालु, भरतदास, राजेश पांडेय, सुशील सिंह,देवानन्द तिवारी, हिमांशु, हेमन्त, विकाश सिंह, दिनेश पांडेय, दुर्गेश पांडेय व प्रदीप पांडेय आदि माैजूद रहे।

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