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जे0डी0 ने सिरसी के प्रधानाचार्य का जबरन इस्तीफा किया अमान्य



तरीकत हुसैन
लोहरौली, संतकबीरनगर। संयुक्त शिक्षा निदेशक व जिला विद्यालय निरीक्षक ने श्री सीताराम इंटर कालेज सिरसी के प्रबन्धक द्वारा प्रधानाचार्य से लिए गए जबरन इस्तीफे को अमान्य करते हुए वरिष्ठ प्रवक्ता भूगोल महेश राम को कार्यवाहक प्रधानाचार्य का पदभार दिए जाने का आदेश दिया है, किन्तु विद्यालय के प्रबन्धक ने मनमानी करते हुए नियमों को दर किनारकर अभी तक कार्यवाहक प्रधानाचार्य का पदभार नही दिया है। संयुक्त शिक्षा निदेशक व जिला विद्यालय निरीक्षक ने प्रबन्धक को निर्देशित किया है कि आप कार्यवाहक प्रधानाचार्य के दायित्व के संदर्भ में माध्यमिक शिक्षा अधिनियम 1921 के अध्याय 2 विनियम 3 के वर्णित व्यवस्थानुसार कार्रवाई करना सुनिश्चित करे। पत्र में कहा गया है कि जहाँ तक जबरन त्याग पत्र लिए जाने का प्रश्न है, इस सम्बंध में स्वयं त्याग पत्र देने वाला व्यक्ति इस बात की पुष्टि कर रहा है कि उसके द्वारा त्याग पत्र स्वेच्छा से नही, बल्कि जबरन लिया गया है। साथ ही साथ उप जिलाधिकारी धनघटा की आख्या से भी इस बात की पुष्टि हुई है कि महेश राम से कार्यवाहक प्रधानाचार्य/तदर्थ प्रधानाचार्य पद से जबरन त्याग पत्र लिया गया है। जबरन लिया गया त्याग पत्र किसी भी दशा में मान्य/स्वीकार नही किया जा सकता है। उन्होंने कार्यवाहक प्रधानाचार्य के दायित्व के संदर्भ में माध्यमिक शिक्षा अधिनियम 1921 के अध्याय 2 विनियम 3 के वर्णित व्यवस्थानुसार कार्रवाई करना सुनिश्चित करे। पीड़ित प्रधानाचार्य महेश राम ने कहा कि जिला विद्यालय निरीक्षक ने अपना आदेश 5 अक्टूबर को ही निर्गत किया है, साजिस में सम्मिलित पटल सहायक मनोज श्रीवास्तव ने आदेश दबा लिया, हमें आज पता चला है।
आदेश से बौखलाए प्रबन्धक ने विद्यालय के दर्जन भर शिक्षकों से गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी है। डरे-सहमे शिक्षकों ने प्रकरण की शिकायत जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक व जिला विद्यालय निरीक्षक से की है। प्रकरण की जांच क्षेत्राधिकारी धनघटा कर रहे है। बयान देने वाले शिक्षकों को अनुपस्थिति की नोटिस देकर निलंबित किये जाने की धमकी दी जा रही है।

प्रबन्धक ने अत्याचार की हद पार कर दी है: संजय द्विवेदी

उ.प्र. माध्यमिक शिक्षक संघ के मण्डलीय मंत्री ने कहा कि श्री सीताराम इंटर कालेज सिरसी के प्रबन्धक ने अत्याचार की सारी हदें पार कर दीं हैं, वे सामंती सोच हैं। उनके अत्याचार की कई शिकायत मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी, संयुक्त शिक्षा निदेशक, जिला विद्यालय निरीक्षक व पुलिस अधीक्षक से की गई। जांच रिपोर्ट के आधार प्रबन्धक पर यथोचित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। उनको कुछ प्रभावशाली राजनेता का संरक्षण भी प्राप्त है, उन्ही के सह पर मनमानी कर रहे है, जिसका खुलासा करते हुए पुरजोर विरोध किया जाएगा।

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