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टीबी रोगी खोजी अभियान में जांच में पाजिटिव मिले 9 व्‍यक्ति


■ अब तक 290 नमूनों की हो चुकी है सीबीनाट मशीन से जांच
■ मिले रोगियों में 6 रोगी खलीलाबाद तथा 3 शनिचरा क्षेत्र के
आलोक बर्नवाल
संतकबीरनगर। क्षय रोग नियन्‍त्रण कार्यक्रम के तहत जिले में चल रहे छठवे टीबी रोगी खोजी अभियान में अभी तक कुल 9 व्‍यक्ति ऐसे मिले हैं जिनके अन्‍दर क्षय रोग की पुष्टि हो चुकी है। इन रोगियों के इलाज की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ एस डी ओझा ने बताया कि टीबी रोगी खोजी अभियान में जिले के 8 क्षय रोग सर्किल में कुल 80 टीमें काम कर रही हैं। यह टीमें पिछले 10 अक्‍टूबर से गांव गांव में जाकर टीबी रोगियों को खोजने में जुटी हुई हैं। अभी तक इन टीमों ने संभावित रोगियों के कुल 290 सेम्‍पल एकत्रित किए। इन नमूनों  की जांच के बाद अभी तक 9 ऐसे व्‍यक्ति प्रकाश में आए हैं जिनके अन्‍दर क्षय रोग की पुष्टि हुई है। इनमें 6 खलीलाबाद क्षेत्र के हैं, जबकि 3 सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र शनिचरा क्षेत्र के हैं। अभियान अभी 22 अक्‍टूबर तक चलेगा। पुनरीक्षित क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम (आरएनटीसीपी) के जिला कार्यक्रम समन्‍वयक अमित आनन्‍द ने बताया कि इन रोगियों का इलाज तत्‍काल प्रभाव से शुरु कर दिया गया है। साथ ही साथ उनके डाट्स प्रोवाइडर भी नियुक्‍त कर दिए गए हैं जो उन्‍हें दवा खिलाने का काम करेगे। हर महीने 500 रुपए पोषण भत्‍ता देने के लिए आवश्‍यक कागजात कार्यवाही पूरी की जा रही है।

पिछले पांच चरणों मे मिल चुके है 145 रोगी

जिले में अ‍भी तक क्षय रोगियों को खोजने के लिए कुल 5 चरण चलाए जा चुके हैं। इन पांच चरणों में जिले की 10 लाख जनसंख्‍या को कवर किया जा चुका है। इसमें अभी तक 145 रोगी मिले हैं। इन रोगियों को इलाज के साथ पोषण भत्‍ता भी प्रदान किया जा रहा है। वर्तमान समय में चल रहे अभियान में भी दो लाख की जनसंख्‍या को कवर किया जाएगा।

ये लक्षण दिखे तो जरूर करा ले जांच

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ एसडी ओझा ने बताया कि अगर किसी भी व्‍यक्ति के अन्‍दर टीबी के लक्षण मिलें तो वह बिना शर्म के जांच करा ले। इन 6 तरह के लक्षणों को नजरंदाज न करें। दो सप्‍ताह या उससे अधिक समय से खांसी आना। खांसी के साथ बलगम व बलगम के साथ खून आना। वजन का घटना। बुखार व सीने में दर्द, शाम के समय हल्‍का बुखार होना।  रात में बेवजह पसीना आना। भूख कम लगने जैसी समस्‍या है तो अवश्‍य ही अपनी जांच करा लें। जांच के उपरान्‍त समय पर इलाज हो जाने से टीबी ठीक हो सकता है।


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