तरीकत हुसैन
लोहरौली,संतकबीरनगर। शारदीय नवरात्र में महाष्टमी के मौके पर ग्रामीण क्षेत्रो में विभिन्न मंदिरों पर मां दुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी की विधि विधान से पूजा अर्चना की गयी गंगैचा स्थित शिव मंदिर पर युवा शक्ति क्लब के नेतृत्व में लगातार 9 वर्षों से हो रहे दूर्गा पूजा समारोह के आयोजन में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मौजूद रही। इस दौरान मंदिर के पुजारीे पंडित सुरेंद्र नाथ मिश्रा व पंडित शेष राम चौधरी ने बताया कि नवरात्रि के आठवें दिन यानी कि महाअष्टमी को कन्या पूजन से पहले महागौरी की पूजा का विधान है महागौरी की पूजा अत्यंत कल्याणकारी और मंगलकारी है। मान्यता है कि सच्चे मन से अगर महागौरी को पूजा की जाए तो सभी संचित पाप नष्ट हो जाते हैं और भक्त को अलौकिक शक्तियां प्राप्त होती हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि इस दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूप की पूजा की जाती है। आठवें दिन मां महागौरी और नौवें दिन सिद्धिदात्री की पूजा होती हैं अष्टमी और नवमी को मां की पूजा और हवन आदि का विशेष महत्व होता है।ऐसा करने से सालभर घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।इसलिए मां दुर्गा की नवरात्रि में पूजा काफी फलदायी माना जाता है। इस दौरान श्रध्दालु सिया राम कन्नौजिया, लाला चौधरी ,कृष्ण कुमार, राम छैल, रमेश चौधरी, प्रदीप कन्नौजिया, राम सजीवन चौधरी, रमेश चौधरी, राधेश्याम चौधरी, राजमन चौधरी, विजय कुमार सिंह, सचिन कन्नौजिया, केशव राम आदि लोग मौजूद रहे।इसी क्रम में दशावां, टेकन्सा, लोहरौलो, पिपरा बोरिंग, भिटवा, मुड़ाडीहा बेग, सेमरियावां, बाघनगर आदि जगहो पर श्री गणेश, लक्ष्मी,सरस्वती, माता दुर्गा आदि की स्थापित प्रतिमा को भव्य रूप देकर श्रध्दालुओं द्वारा पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की गयी। मंदिरों में हुई मां सिद्धिदात्री की पूजा ।सोमवार को मां सिद्धिदात्री की पूजा के बाद मंदिरों और घरो में विधि विधान से हवन किये गये।इस दौरान श्रद्धालुओं ने माता सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना की।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ