अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर।। प्रदेश की सत्ता संभालते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था तथा विद्यालयों के हालत को सुधारने के लिए आदेश जारी किए थे, जिसके तहत कायाकल्प योजना का शुभारंभ करते हुए सभी परिषदीय विद्यालयों की मरम्मत व रंग रोगन के साथ-साथ हर स्थान पर टाइल्स लगाने का निर्देश जारी किया गया था। तमाम विद्यालयों में आदेश का अनुपालन भी कराया गया|
परंतु विकासखंड सदर के ग्राम सभा शंकरपुर अंतर्गत राजस्व ग्राम शेरपुर में निर्मित प्राथमिक विद्यालय में सरकार के इस आदेश का कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है। सर्किल की टीम ने मौके पर जाकर देखा तो ना तो विद्यालय में टाइल्स लगाए गए हैं, न रंग रोगन कराया गया है और न ही मरम्मत हुआ है। विद्यालय के छत से पानी टपक रहा है तथा फर्श टूटा है जिसपर बच्चे बैठ कर पढ़ रहे हैं। शौचालय क्षतिग्रस्त है तथा पानी भरा हुआ है जिसका प्रयोग नहीं किया जा सकता है। विद्यालय में तमाम छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रही हैं, दो अध्यापिकाओं की भी ड्यूटी लगाई गई । ऐसे में यदि शौचालय भी सही ना हो तो कितना कठिनाई होता है इसका अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है। प्रधानमंत्री की स्वच्छता अभियान का भी यहां कोई असर नहीं दिख रहा है। ग्राम प्रधान दूसरे गांव में निवास करते हैं जिसके कारण उन्हें इस गांव से कोई ज्यादा लगाव भी नहीं है। ग्रामीणों का आरोप है कि विद्यालय की समस्या को लेकर शिक्षा विभाग बेपरवाह है। ग्राम प्रधान सौतेला व्यवहार कर रहे हैं जिसका नतीजा नौनिहालों को भुगतना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों द्वारा विद्यालय की व्यवस्था में सुधार कराए जाने की मांग की गई है।
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