■ बढ़ते दामों से गरीबो की थाली से हुआ गायब
लालचंद्र मद्देशिया
धर्मसिंहवा, संतकबीरनगर। स्थानीय धर्मसिंहवा बाजार ब्लाक सांथा जनपद सन्त कबीर नगर बाजारों में प्याज के दाम बढ़ते जा रहे हैं. जिससे एक बार फिर आम जनता में रोष स्थानीय बाजार के कारोबारीयो आशीष कुमार गुप्ता, रामचंद्र गुप्ता,बबलू जायसवाल, घनश्याम मध्देशिया , स्वामीनाथ गुप्ता आदि से पूछने पर बताया कि इस बार कई जगहों पर मूसलाधार बारिश की वजह से बड़े पैमाने पर प्याज की फसल बर्बाद हो गई। नतीजा सब्जी मंडियों में सप्लाई कम हो गया। सब्जी मंडियों में थोक भाव 45-55 रुपए प्रति किलोग्राम हो गया है। पहले एक कुन्तल प्याज दो से तीन दिनो में बिक्री हो जाता था। अब उस पर बढ़ते दामों का असर है यह है कि एक कुंतल प्याज के बिकने में एक सप्ताह से अधिक समय लग जा रहा है। बढ़ती हुई कीमत खरीदारों को रुलाने लगी है। इस बाबत बताते चलें कि देश के कई हिस्सों में एक बार फिर प्याज के दामों ने आसमान छू लिया है। दिल्ली से लेकर मुंबई और देहरादून से लेकर चेन्नई तक के बाजारों में प्याज के दाम बढ़ते जा रहे हैं। जिससे एक बार फिर आम जनता में रोष है। इसको लेकर विपक्ष भी तंज कस रहे हैं। दिल्ली सरकार तो खुद ही स्टाल लगवाकर सस्ते प्याज की बिक्री करवा रही है। इसको लेकर स्थानीय लोगों ने रोष व्यक्त किया है। सभी का कहना है कि प्याज का दाम इसी तरह बढ़ता रहा तो आम लोगों के रसोई से दूर हो जायेगी। इस बाबत रोष जताने वालो में प्रमुख रूप से सईदुर्रहमान खान, प्रमोद जायसवाल, अजीत कुमार राव, डॉ जयराम प्रजापति, एकलाख अंसारी, अनिल मोदनवाल, रमेश कुमार मध्देशिया, विपिन पांडेय, राधेश्याम साहनी, अली अहमद, रेहान अंसारी,सोनू प्रजापति, संदीप कुमार पटवा, अजीत कुमार,प्रदीप वर्मा,तुफेल खान, एजाज खान,रामवृक्ष, महेंद्र आदि कहा कि चिंता का विषय है कि प्याज के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। सरकार को कुछ कदम उठाने चाहिए जिससे प्याज सस्ती हो सके लेकिन सरकार इसे नियंत्रित करने के लिए कुछ भी करती नहीं दिख रही है। सब्जी व अन्य व्यंजन के लिए प्याज जरूरी है। अगर यही भाव रहा तो आम आदमी प्याज खरीदने के बारे में सोच भी नहीं पाएगा। गरीबो के थाली से अभी ही प्याज गायब हो चुकी है।
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