आलोक बर्नवाल
संतकबीरनगर। थाना क्षेत्र धनघटा के ग्रामसभा खैरा माफी के भरदौलिया सीवान में मिली गागरगाड़ निवासी इंद्रेश यादव पुत्र रामनेवास की रहस्यमय मौत को लेकर क्षेत्र में तरह तरह की चर्चाएं हैं। लगभग दो माह पहले इंद्रेश की पत्नी ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सोमवार को देर शाम इंद्रेश अपने ट्रैक्टर पर बैठ कर गागरगाड़ से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर ग्रामसभा खैरा के सीवान में गया जहां ग्रामीणों की मानें तो वहां चल रहे अवैध दारु के ठीके पर उसने जम कर दारु पिया। चर्चा तो यहां तक है कि उसी दौरान वहां मौजूद दो लोगों से उसकी जम कर कहासुनी हुई। इसी के बाद जब देर रात तक इंद्रेश घर नहीं पहुंचा तो उसकी खोज शुरू हुई। सड़क पर इंद्रेश का ट्रैक्टर खड़ा था और वहीं बगल के खेत में इंद्रेश की लाश पड़ी थी। इस घटना को लेकर पूरे क्षेत्र में तरह तरह की चर्चाएं जारी हैं। मौत अवैध शराब पीने से हुई या किसी और ने उसकी हत्या कर दी यह तो पोस्टमार्टम के बाद ही मालूम होगा लेकिन वहां अवैध शराब कैसे और कब से बिक रही थी और वहां मृतक का विवाद किससे और क्यों हुआ यह भी जांच का बिंदु है। अनाथ हो गए तीन मासूम इंद्रेश की रहस्यमय मौत से उसके तीन मासूम बच्चे पूरी तरह अनाथ हो गए। ग्रामीण बताते हैं कि इंद्रेश की बड़ी बेटी की उम्र १३ साल, दो बेटों की उम्र क्रमशः ९ और ७ साल है। लगभग दो महीने पहले इन बच्चों ने अपनी मां खोई और अभी वह घाव भरा भी नहीं था कि उनके पिता की भी अकाल और रहस्यमय मौत हो गई।
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