आलोक बर्नवाल
संतकबीरनगर। एआरटीओ अधिवक्ता राम गोपाल त्रिपाठी की निर्मम हत्या के विरोध में अधिवक्ताओं ने दिनभर के लिए कार्य को किया ठप। सर्व प्रथम मृतक आत्मा की शान्ति के लिए दो मिनट का मौन रख ईश्वर से प्रार्थना की। इसके बाद बड़ी संख्या में सभी अधिवक्ता दीवानी कोर्ट की तरफ कूंच कर गए। विदित हो कि रामगोपाल त्रिपाठी एआरटीओ कैंपस में अपने मृदुल स्वभाव के लिए जाने जाते थे।लेकिन विगत 6 नवंबर को वह रहस्यमय तरीके से उनकी गुमशुदगी लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई थी। परिवार के लोगों ने जो अंदेशा जताया था वह सच साबित हुआ। आखिरकार प्रॉपर्टी डीलिंग के अवैध कारोबार की भेंट चढ़ गए रामगोपाल त्रिपाठी। इस घटना के विरोध में एआरटीओ कैंपस के सभी अधिवक्ताओं ने सरकारी कामकाज को ठप करते हुए, आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए दिवाली कचहरी में भी आज सरकारी कामकाज को ठप रखते हुए,एआरटीओ अधिवक्ता की हत्या मामले में अब तक पुलिसिया कार्यवाई से नाराज साथी अधिकवक्ताओ ने रोड जामकर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
गौरतलब हो कि कोतवाली खलीलाबाद के ग्राम सरौली निवासी व एआरटीओ कार्यालय के अधिवक्ता राम गोपाल त्रिपाठी बखिरा थाना क्षेत्र के शीवापार निवासी सुभाष कन्नौजिया नाम के व्यक्ति के बुलाने पर एक सप्ताह पूर्व लखनऊ गए थे। जहां से वे जब दूसरे दिन घर नही लौटे तो परिजनों को उनकी चिंता हुई और परिजनों ने इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी। पुलिस ने इस मामले में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कार्यवाई में जुटी थी लेकिन गुमशुदा अधिवक्ता गोपाल त्रिपाठी का कोई सुराग नही लगा पा रही थी जिससे नाराज होकर परिजनों और साथी अधिवक्ताओं ने एसपी से मिलकर उनकी बरामदगी की गुहार लगाई थी। मामले में एसपी ब्रजेश सिंह ने सख्त एक्शन लिया जिसके बाद सुभाष कन्नौजिया और उसके एक अन्य साथी को पुलिस ने गिरफ्तार तो कर लिया पर डेड बॉडी बरामद नही कर पाई जिसकी माँग को लेकर अधिवक्ताओं ने रोड जाम कर दिया। पूरे मामले पर एसपी ब्रजेश सिंह ने बताया कि बहुत ही जल्द मामले का खुलासा कर दिया जाएगा, एसपी ब्रजेश के मुताबिक इस मामले में एक और आरोपी अभी फरार चल रहा है जिसकी जल्द गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
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